केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के खिलाफ बिहार पुलिस ने क्यों दर्ज की शिकायत, जानें क्या है आरोप?
By पल्लवी कुमारी | Published: September 25, 2019 05:41 PM2019-09-25T17:41:18+5:302019-09-25T17:41:18+5:30
अप्रैल 2019 में बक्सर जिले के नगर थाना में केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे समेत दो लोगों के खिलाफ चुनाव आचार संहिता उल्लंघन को लेकर प्राथमिकी दर्ज की गयी थी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी चौबे को बिहार के बक्सर जिले में पुलिस अधिकारी को फटकार लगाना महंगा पड़ गया है। बिहार पुलिस ने बक्सर में दुर्व्यवहार और गलत ढंग से बात करने को लेकर अश्विनी चौबे के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। बक्सर जिले के डुमरांव अनुमंडल में आयोजित जनता दरबार में अश्विनी चौबे ने डुमरांव थाने के एएसआई को वर्दी उतरवा लेने की धमकी तक दे डाली थी। मामले की जांच के लिए पुलिस ने शिकायत दर्ज कर ली है।
केंद्रीय मंत्री अपने इलाके में आयोजित जनता दरबार में पहुंचे थे। इस दौरान केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे से लक्ष्मण दुबे नाम के शख्स ने शिकायत करते हुए कहा कि पुलिस ने उसका नाम बेवजह गुंडा रजिस्टर में डाल दिया है और मंत्री से मदद मांगी थी। इसका एक वीडियो भी वायरल हुआ था।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी चौबे ने डुमरांव थाने के एएसआई को दी वर्दी उतरवाने की धमकी
इस पर केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने नया भोजपुर ओपी प्रभारी को फटकार लगाते हुए कहा कि यह व्यक्ति जो सदैव समाज की सेवा के लिए तत्पर रहता है, क्या यह 'गुंडा' है? उन्होंने पुलिस प्रशासन को कहा कि आम जनता को बेवजह परेशान करने की आदत से आप लोग बाज आएं। उन्होंने डुमरांव थाने के एएसआई को वर्दी उतरवा लेने तक की धमकी दे डाली।
चौबे ने कहा कि जो गुंडा है उस पर तो पुलिस में कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं है, लेकिन निर्दोष लोगों का नाम गुंडा रजिस्टर में दर्ज किया जा रहा है। बता दें कि केंद्रीय मंत्री जिस कार्यकर्ता के लिए पुलिस पर भड़के थे उसका नाम पहले से गुंडा रेजिस्टर में दर्ज है। वो एक मामले में चार्जशीट भी दर्ज है।
हालांकि बाद में सफाई देते हुए अश्विनी चौबे ने कहा भ्रष्टाचार और अपराध के खिलाफ साल 2003 में विरोध जता रहे कुछ बीजेपी कार्यकर्ताओं को वर्तमान प्रशासन ने 'गुंडा' कहा था।