मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले से दिल को झकझोर करने वाली घटना सामने आई है। दरअसल, 13 साल के लड़के ने एक ऑनलाइन गेम में 40 हजार रुपये गंवाने के बाद कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) शशांक जैन के मुताबिक, पुलिस ने एक सुसाइड नोट बरामद किया है, जिसमें कक्षा 6 के छात्र ने अपनी आत्महत्या का कारण डिप्रेशन बताया है और अपनी मां से माफी मांगते हुए लिखा है कि उसने यूपीआई खाते से 40 हजार रुपये ’फ्री फायर’ खेल में लगाने के लिए निकाले थे, जो वह गंवा चुका है।
इस घटना की जांच कर रहे अधिकारियों ने बताया कि नाबालिग बच्चे ने यह कदम तब उठाया जब उसके माता-पिता घर पर नहीं थे। उसकी मां राज्य के स्वास्थ्य विभाग में नर्स है, वहीं पिता एक पैथोलॉजी लैब के मालिक हैं। उसकी मां को जब अपने मोबाइल में लेनदेन का अलर्ट मिला तो उन्होंने अपने बेटे को फोन कर डांटा भी था।
इसके बाद लड़के ने खुद को कमरे में बंद कर लिया। उसकी बड़ी बहन ने पाया कि वह काफी देर से दरवाजा नहीं खोल रहा है तो उसने अपने माता-पिता को इसके बारे में सूचित किया। जब दरवाजा तोड़ा गया तो नाबालिग को एक दुपट्टे की सहायता से पंखे से झूलता पाया गया।
फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है। पुलिस पता लगा रही है कि मृतक खुद ही 'फ्री फायर' खेल में पैसे खर्च कर रहा था या कोई और उसे धमकी देकर यह काम करवा रहा था।
मध्य प्रदेश के सागर जिले के ढाना कस्बे से ऐसी ही एक और घटना सामने आई है। जिसमें 12 वर्षीय लड़के ने 'फ्री फायर' खेल की लत के कारण अपने पिता से मोबाइल फोन छीन लेने के बाद आत्महत्या कर ली। बता दें कि 'फ्री फायर' एक बैटल रॉयल गेम है, जिसे 111 डॉट्स स्टूडियो द्वारा विकसित किया गया है। यह 2019 में विश्व स्तर पर सबसे अधिक डाउनलोड किया जाने वाला मोबाइल गेम बन गया था। गेम को 2019 में गूगल प्ले स्टोर द्वारा 'सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय वोट गेम' का पुरस्कार भी मिल चुका है।