नीतीश के राज में इस वजह से तीन दर्जन लड़कियों ने छोड़ा स्कूल जाना, जानें क्या है पूरा मामला

By पल्लवी कुमारी | Published: October 9, 2018 02:29 PM2018-10-09T14:29:00+5:302018-10-09T14:29:00+5:30

घटना की शिकायत करने के चार दिन बाद भी बिहार पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है। पीड़िता के परिवाल वाले पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं।

bihar saharsa girls student don't go school due to afraid of teasing | नीतीश के राज में इस वजह से तीन दर्जन लड़कियों ने छोड़ा स्कूल जाना, जानें क्या है पूरा मामला

प्रतीकात्मक तस्वीर

पटना, 09 अक्टूबर: बिहार के सुपौल जिले के कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में 30 छात्राओं की पिटाई का मामला अभी थमा भी नहीं था कि बिहार के सहरसा जिले में एक और ऐसा ही मामाला देखने को मिल गया है। सहरसा जिले के तकरीबन 3 दर्जन लड़कियों ने खौफ में आकर स्कूल जाना छोड़ दिया है, क्योंकि वह गांव में रह रहे मनचलों की हरकतों से से काफी परेशान हैं। 

यह पूरा मामला सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर थाने की है। यहां के एकपढ़हा गांव में चार अक्टूबर को स्कूल जा रही छात्राओं के साथ पड़ोसी गांवों के कुथ मनचलों ने सड़क पर छेड़खान की। मनचलों ने ये इतनी बार किया ये अब डर छात्राओं ने स्कूल तक जाना छोड़ दिया है। इसी दौरान जब एक छात्रा के भाई ने मौके पर छेड़छाड़ का विरोध किया तो मनचलों ने उसकी जमकर पिटाई भी की और उसका हाथ तोड़ दिया। 

इस घटना के बाद से गांव की लड़कियां खौफ में आ गई हैं और उन्होंने स्कूल तक जाना छोड़ दिया है। न्यूज चैनल आजतक के मुताबिक, एकपढ़हा गांव में कोई हाई स्कूल नहीं है। जिसके कारण गांव की लड़कियां साक किलोमीटर दूर सिमरी बख्तियारपुर के स्कूल में पढ़ने जाती हैं। तभी रास्तें में बदमाश लड़कियों को छेड़ा करते थे। 

पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप

जब बदमाश लड़कियों के साथ छेड़खानी कर रहे थे तो उनसे से किसी का भाई भी उसी रास्ते से वापस किसी काम से लौट रहा था। जब उसने अपनी बहन के साथ ऐसा होते हुए दिखा तो विरोध किया, जिसके बाद मनचलों ने भाईयों की भी पिटाई की और हाथ तोड़ दिया। फिर मौके से फरार हो गए। 

घटना की शिकायत लेकर जब पीड़िता के परिवार वालों ने थाने में शिकायत दर्ज कराई तो पुलिस अधिकारि चार अक्टूबर के बाद अभी तक जांच के लिए गांव तक नहीं आए हैं। पुलिस ने अब तक इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं की है। 

क्या था सुपौल का मामला

सुपौल जिले के त्रिवेणीगंज इलाके के एक स्कूल की दीवार एक छात्रों ने कुछ अश्लील बातें लिखी थी। इस बात का जब एक छात्रा ने विरोध किया तो मनचलों के अभिभावकों ने छात्राओं की स्कूल के अंदर जाकर पिटाई कर थी। डपरखा स्थित इस विद्यालय की दीवार पर पास के एक स्कूल के छात्रों द्वारा अपशब्द लिखे जाने का विरोध करने पर शनिवार की शाम को छात्रों और उनके अभिभावकों ने छात्राओं की स्कूल में घुसकर पिटाई कर दी थी। छात्राओं को इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था ।

पुलिस अधीक्षक मृत्युंजय कुमार सिंह ने सोमवार को बताया कि इस मामले में विद्यालय की वार्डन रीमा राज द्वारा त्रिवेणीगंज थाना में दर्ज करायी गयी प्राथमिकी के आधार पर इस मामले के सभी आरोपियों मोहन कुमार, हरिओम सरदार, मुन्ना सरदार, माधवा सरदार, अजित कुमार, विजय कुमार, पारो देवी, अर्नी देवी और गाविता कुमारी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

उन्होंने कहा कि इनमें से तीन आरोपियों को कल शाम ही गिरफ्तार कर लिया गया था। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि उक्त स्कूल के छात्रावास में एक पुलिस दल की तैनाती कर दी गयी है। दरभंगा जोन के पुलिस महानिरीक्षक पंकज कुमार दारद ने बताया कि इस मामले पर वह स्वयं नजर रखे हुए हैं। मामले में नव लोग को गिरफ्तार भी किया जा चुका है। जिसमें तीन महिलाएं हैं। 

(समाचार एजेंसी भाषा इनपुट)

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