अभियंता प्रमोद कुमार के ठिकानों पर छापेमारी, आय से 309.61 फीसदी अधिक संपत्ति, डीएसपी अभय कुमार यादव के खिलाफ केस, 10000 रुपए रिश्वत लेते अमीन निरंजन कुमार अरेस्ट
By एस पी सिन्हा | Updated: July 10, 2025 17:17 IST2025-07-10T17:16:24+5:302025-07-10T17:17:34+5:30
ईओयू की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि अभियंता प्रमोद कुमार के पास उनकी ज्ञात आय से 309.61 फीसदी अधिक संपत्ति है।

सांकेतिक फोटो
पटनाः बिहार में नीतीश सरकार भ्रष्टाचारियों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई करने में जुटी है। हाल के दिनों में सरकार की तीनों जांच एजेंसियां कार्रवाई में तेजी ला दी है। इसी कड़ी में गुरुवार को विशेष निगरानी इकाई, आर्थिक अपराध इकाई और निगरानी अन्वेषण ब्यूरो भ्रष्टाचारियों पर टूट पड़ा। सुबह से ही आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने आज एक बड़ी कार्रवाई की है।
आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में एक भ्रष्ट कार्यपालक अभियंता के ठिकानों पर छापेमारी की गई है। इसमें बिहार राज्य शैक्षणिक आधारभूत संरचना विकास निगम लिमिटेड (बीएसईआईडीसी), सहरसा में तैनात कार्यपालक अभियंता प्रमोद कुमार के ठिकानों पर ईओयू ने छापेमारी की है। दरअसल, ईओयू की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि अभियंता प्रमोद कुमार के पास उनकी ज्ञात आय से 309.61 फीसदी अधिक संपत्ति है। इस आधार पर आर्थिक अपराध थाना कांड संख्या 13/2025 के तहत भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
प्राथमिकी 9 जुलाई को दर्ज की गई थी। प्रमोद कुमार के खिलाफ यह जांच आय से अधिक संपत्ति के संदेह पर की गई है। इसके तहत पटना, सहरसा और सीतामढ़ी स्थित उनके आवासीय व व्यावसायिक परिसरों में एक साथ छापेमारी की गई। दूसरी बड़ी कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में एसवीयू ने सीआईडी के एक डीएसपी के खिलाफ केस दर्ज कर छापेमारी की है।
विशेष निगरानी इकाई ने सीआईडी (मद्य निषेध प्रभाग) में पदस्थापित पुलिस उपाधीक्षक अभय कुमार यादव के खिलाफ केस सं-14/25 दर्ज कर खगड़िया में छापेमारी की गई है। चित्रगुप्त नगर के कृष्णा नगर स्थित उनके घर से कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए हैं। जबकि तीसरी बड़ी कार्रवाई निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने किया है।
किशनगंज में निगरानी ब्यूरो ने एक भ्रष्ट सरकारी सेवक को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। निगरानी ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए सदर प्रखंड के दौला पंचायत में पदस्थापित अमीन निरंजन कुमार को एक लाख रुपए रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। निगरानी की टीम ने उसे बस स्टैंड के पास एक लाख रुपये की घूस लेते पकड़ा।
दरअसल, पीड़ित जमील अख्तर ने निगरानी में शिकायत दर्ज कराई थी। आरोप था कि उसकी जमीन बांध निर्माण के लिए अधिग्रहित की गई थी। जमीन के मुआवजे के लिए अमीन निरंजन कुमार ने घूस की मांग की थी। जमील के अनुसार, अमीन ने साफ कहा था कि बिना चढ़ावा दिए मुआवजा नहीं मिलेगा। इसके बाद जमील और अन्य पीड़ितों ने निगरानी विभाग में शिकायत दर्ज कराई।
शिकायत दर्ज होते ही निगरानी विभाग की टीम ने जांच शुरू की। जांच में आरोप सही पाए जाने के बाद गुरुवार को निगरानी की टीम किशनगंज पहुंची और घूसखोर को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। जैसे ही वह बस स्टैंड में घूस के एक लाख रुपए ले रहा था, निगरानी की टीम ने धावा बोल दिया और घूसखोर अमीन को रंगेहाथ धर दबोचा। इस कार्रवाई से सरकारी महकमे में हड़कंप मच गया है।