100 करोड़ की संपत्ति, अधीक्षण अभियंता विनोद कुमार राय और पत्नी ने मिलकर जलाए करोड़ों रुपये, अधजले व बचे 52 लाख रुपये बरामद
By एस पी सिन्हा | Updated: August 23, 2025 16:53 IST2025-08-23T16:52:58+5:302025-08-23T16:53:47+5:30
अधीक्षण अभियंता विनोद कुमार राय की पत्नी बबली राय ने रातभर 2-3 करोड़ रुपये जलाकर सबूत मिटाने की कोशिश की थी।

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पटनाः बिहार में ग्रामीण कार्य विभाग के अधीक्षण अभियंता विनोद कुमार राय के मामले की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जांच शुरू करने जा रही है। दरअसल, विनोद कुमार राय की संपत्ति के बारे में जानकर हर कोई हैरान है। इनके पास 100 करोड़ की संपत्ति का अनुमान लगाया जा रहा है। खास बात यह कि इन्होंने रातभर नोट जलाने की कोशिश की थी और उनकी पत्नी बबली राय पर भी सबूत नष्ट करने का आरोप है। बताया जा रहा है कि विनोद कुमार राय के द्वारा इनोवा गाड़ी में नोट भरकर पटना लाया जा रहा था। 21 अगस्त की देर रात इसकी भनक आर्थिक अपराध इकाई को लगी।
अधीक्षण अभियंता आगे-आगे और जांच टीम पीछे से पटना स्थित घर पहुंची। भनक लगते ही अधीक्षण अभियंता ने पत्नी के साथ मिलकर रात भर नोटों को जलाया। बताया जाता है कि लगभग करोड़ रु की करेंसी को जलाकर बाथरूम के पाइप से बहाने की कोशिश की। नोट जलाने के बाद भी अधजले व बचे 52 लाख रुपये बरामद किए गए हैं।
सूत्रों के अनुसार 21 अगस्त की रात जब पुलिस ने अधीक्षण अभियंता की गाड़ी को रोका तो उसमें नोटों की गड्डियां भरी मिली। पुलिस ने जब सख्ती बरती तब उक्त अधीक्षण अभियंता ने कहा था कि जुबान खोली तो पटना में विस्फोट हो जाएगा। इसकी जानकारी आर्थिक अपराध इकाई(ईओयू) तक पहुंची। इसके बाद ईओयू ने जाल बिछाया।
बताया रहा है कि अधीक्षण अभियंता विनोद कुमार राय की पत्नी बबली राय ने रातभर 2-3 करोड़ रुपये जलाकर सबूत मिटाने की कोशिश की थी। बबली के नाम पर भी कई संपत्तियों के दस्तावेज मिले हैं। अब ईओयू ने उनके खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने और सबूत नष्ट करने का मामला दर्ज किया है।
ईओयू की छापेमारी में 40 लाख नकद, 20 लाख के जले नोट, 10 लाख के जेवर, 6 लाख की लग्जरी घड़ियां और करोड़ों की जमीन के दस्तावेज बरामद हुए। ईओयू के अनुसार राय ने रातभर 2-3 करोड़ रुपये जलाकर सबूत मिटाने की कोशिश की गई थी, लेकिन कई दस्तावेज और नकदी बच गए।
ईओयू के सूत्रों के मुताबिक, बबली की भूमिका की गहन जांच होगी और ईडी इस मामले में उनकी संपत्तियों की भी पड़ताल कर सकता है। ईओयू की कार्रवाई में मिले 15 बैंक खातों, बीमा पॉलिसियों और निवेश के दस्तावेजों ने मनी लॉन्ड्रिंग की आशंका को बल दिया है। ईओयू अब राय की संपत्तियों के स्रोत की जांच कर रहा है।
बता दें कि यह बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ ईओयू की तीसरी बड़ी कार्रवाई थी, जिसने सरकारी महकमों में हड़कंप मचा दिया है। विनोद राय की गिरफ्तारी और एफएसएल की फॉरेंसिक जांच से और खुलासे की उम्मीद है। वहीं, ईडी ने इस मामले में दिलचस्पी दिखाते हुए ईओयू से संपर्क कर पूरे मामले की जानकारी ली और मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू करने की तैयारी कर रहा है। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, उनकी कुल संपत्ति 100 करोड़ रुपये के आसपास हो सकती है।