पटना: बिहार में पुलिस से जुड़ा एक अनुठा मामला सामने आया है। इसमें पुलिस ने एक व्यक्ति पर 13 अतिरिक्त मामले लाद दिए क्योंकि उसे आशंका थी कि भविष्य में भी आरोपी किसी घटना को अंजाम दे सकता है। इसका खुलासा पटना के जिला अदालत में सुनवाई के दौरान हुआ। यह मामला सामने आने के बाद बहुत हद तक यह भी साफ हो गया कि पुलिस लोगों को किस तरह किसी को झूठे मामले में फंसाती है।
दरअसल, चोरी के एक मामले में दारोगा ने आरोपित की केस डायरी में 13 अतिरिक्त मामले लाद दिए क्योंकि उसे आशंका थी कि वह भविष्य में वह इन मामलों में भी आरोपित पाया जा सकता है। अदालत द्वारा स्पष्टीकरण मांगे जाने पर भी दारोगा ने यही जवाब दिया। दारोगा की इस कार्यशैली पर संबंधित कोर्ट दंग रह गया और पटना के एसएसपी को दारोगा पर विभागीय कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
बताया जाता है कि पटना के शास्त्रीनगर में चोरी से संबंधित एक मामले में आरोपित राकेश रोशन छह जनवरी 2023 से जेल में बंद है। अदालत में जमानत के आवेदन पर सुनवाई के दौरान आरोपित ने अपने ऊपर छह मामले लंबित रहने की जानकारी दी।
जब इस मामले के अनुसंधानकर्ता दारोगा संजीव कुमार रजक से केस डायरी की मांग की गई तो उन्होंने आरोपित के ऊपर 19 मामले लंबित रहने का उल्लेख केस डायरी में किया। कोर्ट द्वारा स्पष्टीकरण मांगने पर अनुसंधानकर्ता ने स्वीकार किया कि शेष 13 मामले में राकेश रोशन आरोपित नहीं है, लेकिन भविष्य में आरोपित बन सकता है।