बिहार में किसी भी आतंकी की एंट्री नहीं, अफवाह पर ध्यान मत दीजिए?, पुलिस मुख्यालय ने कहा-दुबई से काठमांडू आए और मलेशिया गए!
By एस पी सिन्हा | Updated: August 29, 2025 17:23 IST2025-08-29T17:21:55+5:302025-08-29T17:23:04+5:30
पहचान हसनैन अली (रावलपिंडी, पाकिस्तान), आदिल हुसैन (उमरकोट, पाकिस्तान) और मोहम्मद उस्मान (बहावलपुर, पाकिस्तान) के रूप में हुई थी।

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पटनाः नेपाल के रास्ते पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकियों के बिहार में प्रवेश की खबर ने पुलिस महकमे में हलचल मचा दी थी। इस खबर से पूरे राज्य की सुरक्षा एजेंसियों में खलबली मच गई थी और बिहार पुलिस ने तत्काल अलर्ट जारी करते हुए तीनों संदिग्धों पर 50-50 हजार रुपये का इनाम भी घोषित कर दिया था। लेकिन अब इस पूरे मामले में बिहार पुलिस के एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) पंकज दराद ने मीडिया से बातचीत में साफ कर दिया है कि अब तक की जांच में यह बात सामने आई है कि बिहार में किसी भी आतंकी की एंट्री नहीं हुई है।
दरअसल, जिन तीन पाकिस्तानी नागरिकों को लेकर यह दावा किया जा रहा था कि वे बिहार में दाखिल हुए हैं, उनकी ट्रैवल हिस्ट्री की जांच के बाद हकीकत कुछ और निकली। उन्होंने कहा कि जांच में अब यह सामने आया है कि ये तीनों पाकिस्तानी नागरिक, जिनके पासपोर्ट भी सामने आए हैं। वे बिहार में दाखिल नहीं हुए हैं।
वह दुबई से काठमांडू आए और फिर वहीं से मलेशिया चले गए। हालांकि, उन्होंने इस बात से इंकार नहीं किया कि ये तीनों जैश के सदस्य हैं या नहीं? इसकी पुष्ट जानकारी उनके पास अब तक नहीं आई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि बिहार पुलिस लगातार सतर्क है और सीमावर्ती इलाकों में गहन जांच की जा रही है।
बता दें एक दिन पहले ही बिहार पुलिस मुख्यालय की ओर से अलर्ट जारी किया गया था, जिसमें बताया गया था कि आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकवादी नेपाल के रास्ते बिहार में घुस गए हैं। इसके बाद पुलिस मुख्यालय ने राज्य के सभी जिलों को हाई अलर्ट पर रखा है।
जिन आतंकियों के घुसने की बात सामने आई है, उनकी पहचान हसनैन अली (रावलपिंडी, पाकिस्तान), आदिल हुसैन (उमरकोट, पाकिस्तान) और मोहम्मद उस्मान (बहावलपुर, पाकिस्तान) के रूप में हुई थी। सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि इन तीनों आतंकियों के पासपोर्ट इसी वर्ष बनाए गए हैं और इनके तार पाकिस्तान से जुड़े हुए हैं। पुलिस मुख्यालय ने पूरे बिहार में हाई अलर्ट जारी कर दिया था।
खासकर सीमावर्ती जिलों में सुरक्षा व्यवस्था को चौकस कर दिया गया था। एटीएस भी सक्रिय कर दी गई थी। पुलिस मुख्यालय लगातार इस बात की पड़ताल करता रहा कि क्या वास्तव में जैश ए मोहम्मद के तीन आतंकी नेपाल के रास्ते बिहार में दाखिल हुए हैं? लेकिन इस समय तक की रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि बिहार में आतंकी घुसपैठ की खबरें निराधार साबित हुई हैं। हालांकि इस पूरे प्रकरण ने बिहार पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की सक्रियता की परीक्षा जरूर ले ली।