पटना: बिहार में पूर्ण शराबबंदी कानून को कड़ाई से लागू करवाने के लिए सरकार कई प्रकार से प्रयास कर रही है। शराब को लेकर किसी तरह की सूचना मिलते ही पुलिस छापेमारी कर रही है और शराब के धंधेबाजों पर कार्रवाई भी कर रही है। इस कानून को और कड़ाई से लागू कराने को लेकर सरकार ने बीते दिनों शिक्षकों को भी इस अभियान में शामिल कराया था। इसी कड़ी में पटना सिटी के गोपालपुर थाना क्षेत्र के कर्णपूरा के हरि टोला में एक शिक्षक को शराब माफिया की सूचना पुलिस को देना काफी भारी पड गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शराब के धंधेबाज अपने गुर्गों के साथ आ धमके और शिक्षक, उनकी मां और परिवार के अन्य सदस्यों की पिटाई कर दी। गुंडों की पिटाई से शिक्षक और उनकी मां गंभीर रूप से घायल हो गये हैं। दोनों को इलाज के लिए एनएमसीएच में भर्ती कराया गया है। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस फिलहाल मामले की छानबीन में जुटी है। पुलिस अभी कुछ भी बताने से परहेज कर रही है।
पुलिस ने पीड़ित शिक्षक और उनके परिवार का बयान दर्ज कराया है। इस घटना के संबंध में बताया जाता है कि इलाके के ही अजय सिंह शराब बेचने का धंधा करता था। शराब बेचने का विरोध ओम सिंह किया करता था। इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ था। दोनों के बीच हुआ विवाद घर तक पहुंच गया। शराब कारोबारी के खिलाफ शिक्षक ओम सिंह ने पुलिस को सूचना दे दी। जिसके बाद शराब के धंधेबाज संजय सिंह अपने गुर्गों को लेकर ओम सिंह के घर पर पहुंच गया और उसकी और उसकी मां और परिवार के अन्य सदस्यों की जमकर पिटाई कर दिया।
अब पुलिस ने दावा किया है कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा और कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल पूरे मामले की छानबीन की जा रही है। पुलिस ने दावा किया है कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा और कार्रवाई की जाएगी। उल्लेखनीय है कि शराब माफियाओं पर शिकंजा कसने के लिए सरकार ने शिक्षकों को इस तरह का टास्क दिए हैं। लेकिन शिक्षक संघ ने सरकार के इस फरमान का कड़ा विरोध किया था।
इस बात की आशंका जताई गई थी कि अगर शिक्षक शराब की जानकारी पुलिस को देंगे तो उनकी जान को खतरा हो सकता है। शिक्षकों के विरोध के बाद शिक्षा मंत्री विजय चौधरी को यह कहना पड गया था कि यह अनिवार्य ड्यूटी में नहीं है। लेकिन पटना सिटी में घटी घटना के बाद शिक्षकों की आशंका सही साबित हुई है।