पटना:बिहार में वैशाली जिले के हाजीपुर में पुलिस ने छह संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है, जो बसहा बैल (शिवजी की सवारी नंदी) के साथ साधु का वेश धारण करके भिक्षाटन कर रहे थे। पकड़े गये सभी संदिग्ध साधु के वेष में थे, लेकिन उनके पास से जो आधार कार्ड मिले हैं। उससे पता चाल कि वो सभी अल्पसंख्यक (मुस्लिम) हैं।
इतना ही नहीं, पकड़े गये सभी संदिग्ध उत्तर प्रदेश के रहने वाले बताए जा रहे हैं। हिरासत में लेने के बाद पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बजरंग दल के कार्यकर्ता को इन सभी युवकों के व्यवहार से शक हुआ फिर उनके पीछे बजरंग दल ने जासूस लगाए गए, जिसके बाद पता चला कि भिक्षा मांग रहे युवक हिन्दू न होकर मुसलमान हैं। उसके बाद गंडक नदी के कदमाघाट पर उन्हें पकड़ लिया गया।
बताया जा रहा है कि सभी युवक साधु बनकर कई दिनों से हाजीपुर शहरी इलाके में भीख मांगते थे। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और पकड़े गये सभी संदिग्धों को ले जाकर नगर थाने में रखा। उनसे पूछताछ की जा रही है। बताया जाता है कि पहले ते सभी झूठ बोल रहे थे लेकिन दबिश देने पर सबने अपना असली नाम बता दिया।
नगर थानाध्यक्ष से पूछताछ के दौरान संदिग्धों ने बताया कि जहां-जहां मेला लगता है, वहां-वहां हम लोग जाते हैं और भिक्षा मांग कर रोजी रोटी की व्यवस्था करते हैं। हिन्दू बनकर और सावन में बसहा लेकर भीख मांगने के सवाल पर सभी खामोश हो गए। इनमें से दो संदिग्धों के आधार कार्ड मिले हैं। थानाध्यक्ष सुबोध कुमार ने कहा कि जो आधारकार्ड में पते दर्ज हैं, उनका वेरिफिकेशन किया जा रहा है।
पुलिस बताया कि गिरफ्तार संदिग्ध की पहचान 38 वर्षीय करीम अहमद, 40 वर्षीय सैयद अली, 30 वर्षीय हसन, 32 वर्षीय महबूब, 35 वर्षीय हलीम अहमद, और 30 वर्षीय सुबराती के रूप में हुई है। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि ये सभी भीख मांगने वाले नहीं लगते बल्कि इनका मकसद संदिग्ध प्रतीत हो रहा है।