3.38 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति, पटना, समस्तीपुर और सीतामढ़ी में छापेमारी, ग्रामीण कार्य विभाग के अधीक्षण अभियंता विनोद कुमार राय पर एक्शन
By एस पी सिन्हा | Updated: September 11, 2025 15:41 IST2025-09-11T15:40:39+5:302025-09-11T15:41:59+5:30
ईओयू की रेड में 40 लाख नकद, 20 लाख के जले नोट, 10 लाख के जेवर, 6 लाख की लग्जरी घड़ियां और करोड़ों की जमीन के दस्तावेज बरामद हुए।

सांकेतिक फोटो
पटनाः बिहार में आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बार फिर कड़ा रुख अपनाते हुए ग्रामीण कार्य विभाग के अधीक्षण अभियंता विनोद कुमार राय पर शिकंजा कसने में जुटी हुई है। ऐसे में करोड़ों के नोट जलाने वाले विनोद कुमार राय की परेशानी और भी बढ़ने वाली है। एक बार फिर से उन पर शिकंजा कसा गया। गुरुवार को ईओयू की टीम ने एक बार फिर विनोद कुमार राय के तीन ठिकानों पटना, समस्तीपुर और सीतामढ़ी में छापेमारी की है। विनोद कुमार राय पर अपने पद का दुरुपयोग कर 3 करोड़ 38 लाख रुपये से अधिक की अवैध संपत्ति अर्जित करने का आरोप है।
बता दें कि आर्थिक अपराध इकाई ने विनोद कुमार राय के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। सूत्रों के अनुसार विनोद राय पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने और अपने पद का दुरुपयोग करने का गंभीर आरोप है। डीएसपी स्तर अधिकारियों के नेतृत्व में आज की गई कार्रवाई में संपत्ति से संबंधित दस्तावेज, बैंक खातों की जानकारी और अन्य सबूतों की जांच की जा रही है। बता दें कि इससे पहले भी ईओयू की टीम ने विनोद कुमार राय के यहां छापेमारी की थी।
ईओयू की रेड में 40 लाख नकद, 20 लाख के जले नोट, 10 लाख के जेवर, 6 लाख की लग्जरी घड़ियां और करोड़ों की जमीन के दस्तावेज बरामद हुए। ईओयू के अनुसार, विनोद राय ने रातभर 2-3 करोड़ रुपये जला कर सबूत मिटाने की कोशिश की गई थी। लेकिन कई दस्तावेज और नकदी बच गए।
दरअसल, इस बार नया मामला समस्तीपुर से ही जुड़ा हुआ है। बिहार पुलिस मुख्यालय से मिले आदेश के बाद ईओयू की टीम ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है। विनोद कुमार राय पर करीब 100 करोड़ से भी अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप पहले से ही लगा हुआ है। उस दौरान जब जांच एजेंसी विनोद कुमार राय के पटना स्थित आवास पर छापेमारी के लिए पहुंची थी।
तो उन्होंने अपनी पत्नी के साथ मिलकर करोड़ों रुपये जला दिए थे और उसे नाले में बहा दिए। उस कार्रवाई के बाद विनोद कुमार राय को गिरफ्तार कर लिया गया था। इस मामले में ईओयू में आरोपी इंजीनियर के खिलाफ कांड संख्या-24/2025 भी दर्ज है। हालांकि, छापेमारी पूरी होने के बाद ही कितनी संपत्ति बरामद हुई, इसका पता चल पाएगा।