बिहार में जहरीली शराबः भागलपुर, बांका, मधेपुरा और सीवान में 44 की मौत, दो की आंखों की रोशनी गई, तेजस्वी ने नीतीश सरकार पर साधा निशाना
By एस पी सिन्हा | Updated: March 21, 2022 16:20 IST2022-03-21T16:18:41+5:302022-03-21T16:20:18+5:30
Bihar hooch tragedy: भागलपुर के 22, बांका में 12, मधेपुरा में चार तथा नालंदा में एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है. भागलपुर और बांका में एक-एक व्यक्ति की आंखों की रोशनी चली गई है.

राज्य के विभिन्न अस्पतालों में अनेक लोग अपना इलाज करा रहे हैं.
पटनाः बिहार में शराबबंदी के दावों की पोल इस बार होली में खोलकर रख दी है. सूबे में बीते चार दिनों से जहरीली शराब से मौतों का सिलसिला जारी है. सूबे के अलग-अलग जिलों में जहरीली शराब पीने की वजह से अब तक लगभग 44 लोगों की मौत हो चुकी है.
भागलपुर, बांका और मधेपुरा के बाद अब सीवान जिले से इस प्रकार की खबर सामने आ रही है. जहां पांच लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. बताया जाता है कि सीवान जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सरांवे और छोटपुर गांव में रविवार की देर रात पांच लोगों की संदिग्ध मौत हुई है. मृतकों के परिजनों के अनुसार तबीयत खराब होने के कारण मौत हो गई है.
लेकिन स्थानीय लोगों के अनुसार सभी ने शराब पी थी. एक साथ पांच संदिग्ध मौतों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच कर जांच कर रही है. इसके पहले भागलपुर के 22, बांका में 12, मधेपुरा में चार तथा नालंदा में एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है. भागलपुर और बांका में एक-एक व्यक्ति की आंखों की रोशनी चली गई है.
राज्य के विभिन्न अस्पतालों में अनेक लोग अपना इलाज करा रहे हैं. इन मौतों के पीछे जहरीली शराब के होने की चर्चाओं तथा मृतकों के स्वजनों की स्वीकारोक्ति के बीच प्रशासन इससे इनकार कर रहा है. मौत के कारणों की पुष्टि नहीं हो सकी है. स्थानीय लोगों के अनुसार सभी ने शराब का सेवन किया था. हालांकि मृतकों के स्वजनों ने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया है.
बांका में हुई संदिग्ध मौत पर जिला प्रशासन ने जहरीली शराब से मौत होने की बात को सिरे से ख़ारिज कर दिया है. प्रशासन की ओर से जारी एक पत्र में लोगों की मौत बीमारी से होने की बात कही गई है. जिला पदाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक की ओर से मद्यनिषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के अवर सचिव को जारी पत्र में कहा गया है कि बांका जिला अंतर्गत 20 मार्च को जिन 9 लोगों की मौत हुई है.
उन सभी की मौत बीमारी के हुई है. अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को इस मामले की संयुक्त जांच कराई गई जांच के क्रम में सभी मृतक के परिजनों का बारी-बारी से बयान लिया गया. परिजनों द्वारा बीमारी से मौत होने की बात बताई गई. किसी भी शव का पोस्टमार्टम नहीं किया गया. अब तक की जांच के जहरीले शराब पीने से मौत होने की पुष्टि नहीं हुई है.
उधर, सूबे में जहरीली शराब से हो रही मौतों को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि सूबे में शराबबंदी और इतनी सख्ती के बावजूद न शराब बिकना बंद हो रहा है और न ही शराब से मौत का सिलसिला रुक रहा है.
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है कि ’डबल इंजन सरकार के प्रयास से शराबबंदी वाले बिहार में विगत दो दिन में जहरीली शराब के कारण 37 लोग और मारे गए. विगत छः महीनों में 200 से अधिक मौतें हो चुकी है. मुख्यमंत्री, सरकार व प्रशासन भ्रष्ट और विफल है. किसी अधिकारी पर कभी कोई कारवाई नहीं हुई? ये बस ड्रोन/हेलिकॉप्टर उड़ायेंगे.
यहां बता दें कि भागलपुर, बांका व मधेपुरा जिले में संदेहास्पद स्थिति में 38 लोगों की मौत हो गई. इनमें भागलपुर में 22, बांका में 12 व मधेपुरा में चार लोगों की जान चली गयी. मौत का यह सिलसिला शनिवार रात से लेकर रविवार दिन तक चला. वहीं आज सीवान से भी 5 लोग के मौत की खबर आ रही है. इनके भी शराब पीने की बात कही जा रही है.
वहीं, शराबबंदी को सफल बनाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आदेशानुसार ड्रोन हेलिकॉप्टर से शराब खोजा जा रहा है. पुलिस महकमे को इस काम में पूरी तरह से झोंक दिया गया है. बावजूद इसके शराबबंदी का हाल यह है कि आये दिन शराब पीने से होने वाली मौतों का सिलसिला थमने का नाम नही ले रही है.
इसबीच, संदिग्ध परिस्थियों में हुई मौत के मामले की समुचित जांच शुरू हो गई है. पुलिस मुख्यालय इस पूरे मामले की मॉनीटरिंग करने में जुटा हुआ है. इस पूरे मामले में एडीजी (मुख्यालय) जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि दोनों क्षेत्रों से मौत से जुड़ी जितनी भी खबरें आ रही हैं, उन सभी की बारीकी से जांच करने का आदेश संबंधित एसपी को दे दिया गया है.
उन्होंने बताया कि अब तक की जांच में बहुत मिली-जुली बातें सामने आ रही हैं. कुछ स्पष्ट रूप से नहीं कहा जा रहा है कि मौत का कारण जहरीली शराब ही है या कुछ अन्य. फिलहाल इस पूरे मामले की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पायेगी. एसपी के स्तर से इस पूरे मामले की जांच की जा रही है. रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी.