बिहार में होली त्योहारः जहरीली शराब पीने से 18 लोगों की मौत, 22 की स्थिति नाजुक, बांका, भागलपुर एवं मधेपुरा में हड़कंप
By एस पी सिन्हा | Updated: March 20, 2022 17:01 IST2022-03-20T17:00:09+5:302022-03-20T17:01:05+5:30
बिहार के तीन जिलों में होली के त्योहार के दौरान कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई. पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी.

स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि नकली शराब का धंधा धड़ल्ले से चल रहा है. बिहार में करीब छह साल से मद्यनिषेध कानून लागू है.
पटनाः बिहार में होली के दौरान विभिन्न जिलों में करीब डेढ़ दर्जन से अधिक लोगों की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई है. सूबे के बांका, भागलपुर एवं मधेपुरा में हुईं इन घटनाओं को जहरीली शराब से जोड़ कर देखा जा रहा है. कई मृतकों के परिजनों ने भी मौत का कारण जहरीली शराब पीना बताया है.
हालांकि, पुलिस व प्रशासन ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है. प्राप्त जानकारी के अनुसार बांका जिले के अमरपुर थाना थाना क्षेत्र के विभिन्न गांवों में एक महिला सहित आठ लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है. वहीं कई लोग अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच लड़ रहे हैं. मृतकों के परिजनों का दावा है कि शराब पीने के बाद ये मौतें हुई हैं.
मृतकों में अमरपुर निवासी वृद्ध रघुनंदन पोद्दार, कामदेवपुर निवासी राजा तिवारी, ओडैय निवासी संजय मांझी, डुमरामा के सुमित कुमार, डुमरिया के आशीष कुमार सिंह, गोडा के विजय साह, बल्लीकिता के डब्लू साह, गुरुदेव साह एवं अमरपुर की बिंदु देवी शामिल हैं. दो अन्य को भागलपुर स्थित मायागंज अस्पताल रेफर किया गया है. कई का इलाज अमरपुर के निजी अस्पताल में किया जा रहा है.
हालांकि जहरीली शराब से हुई मौत की पुष्टि पुलिस-प्रशासन ने किया है. एसपी अरविंद कुमार गुप्ता ने बताया कि इस तरह की सूचना नहीं है. किसी शव के पोस्टमार्टम कराने की भी सूचना नहीं है. इसके अलावा, अमरपुर थाना क्षेत्र के लौसा गांव में भी एक लोग की मौत हुई है. उधर, भागलपुर जिले के विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र स्थित नाथनगर इलाके के साहेबगंज मोहल्ले में होली के दिन जहरीली शराब पीने से सात लोगों की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई है. जबकि, कई अन्य बीमार हैं. स्थानीय लोग शराब पीने से मौत होने की बात कह रहे हैं.
हालांकि प्रशासन इसकी पुष्टि नहीं कर रहा है. परिजनों के अनुसार सभी ने होली के दिन शराब का सेवन किया था. एक मृतक विनोद राय की पत्नी ने बताया कि होली के दौरान उसके पति ने शराब पी थी. घटना में संदीप यादव, विनोद राय (50 वर्ष), मिथुन कुमार, नीलेश कुमार (34 वर्ष) की भी मौत हो गई है. इसके अलावा एक युवक अभिषेक कुमार उर्फ छोटू साह (24 वर्ष) का इलाज स्थानीय जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कालेज एवं अस्पताल में चल रहा है. उसके दोनों आंखों की रोशनी चली गई है. मृतक विनोद राय के बेटे चंदन राय के मुताबिक जहरीली शराब पीने से जान गई है.
बोतल लेकर घर आए थे. इसके बाद सेहत बिगड़ गई. मृतकों में सभी एक ही गांव के हैं. लेकिन, सभी का घर गांव में दूर-दूर है. मृतक के परिजनों ने युवक को भर्ती करते समय डॉक्टरों को बताया था कि दो दिन पहले उसने शराब पी थी. कुछ लोगों का कहना है कि श्याम चौधरी ही शराब की तस्करी करता है. हो सकता है यहीं से लोगों ने शराब खरीदी हो.
वहीं, डीएसपी प्रकाश कुमार ने बताया कि अभी तक 3 की मौत की पुष्टि हुई है. हालांकि, मौत कैसे हुई है. इस बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं मिली है. लोगों का कहना है कि जहरीली शराब से हुई है. वहीं, मधेपुरा जिला के मुरलीगंज में 4 लोगों की संदिग्ध मौत हो गई है. बताया जाता है कि ये मौत जहरीली शराब से हुई है. सूत्रों की मानें तो होली में जहरीली शराब पीने से 22 लोग बीमार हुए.
जिन्हें बारी-बारी से मुरलीगंज पीएचसी और निजी अस्पतालों में इलाज के लिए ले जाया गया. बताया जा रहा है कि मुरलीगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत दिग्घी गांव में बीते गुरुवार को शराब पार्टी चला था. जिसमें सभी ने एकसाथ शराब का सेवन किया. इसके अगले दिन सभी के तबीयत बिगड़ गए. 3 मृतक एक गांव दिग्घी के बताये जा रहे हैं, जबकि एक मुरलीगंज मुख्य बाजार के वार्ड 9 के निवासी हैं.
हालांकि शराब से मौत के बारे में पुलिस और परिजन इनकार कर रहे हैं. लेकिन हर शव को पुलिस आनन-फानन में रात के अंधेरे में जलाया गया. इस तरह से जिन परिस्थितियों में लोगों की मौत हुई है, उसके बाद एक बार फिर से बिहार में जहरीली शराब कांड होने की आशंका जताई जा रही है. सीएचसी प्रभारी संजीव कुमार ने बताया कि बीमार लोगों की स्थिति को देखते हुए दो अतिरिक्त एम्बुलेंस गांव में तैनात किया गया है. वहीं मामले पर स्थानीय मुरलीगंज थाना ने पल्ला झाड़ लिया है. थानाध्यक्ष का कहना है कि अभी तक इस तरह की सूचना संज्ञान में नहीं आई है.