नाबालिग दलित लड़की ने डीएसपी पर लगाया दुष्कर्म का आरोप, घटना की वीडियो बनाई थी पत्नी ने
By एस पी सिन्हा | Published: June 2, 2021 07:44 PM2021-06-02T19:44:50+5:302021-06-02T19:46:09+5:30
डीएसपी पर आरोप है कि उसने एक नाबालिग लड़की से सरकारी आवास में दुष्कर्म किया था. अब 3 साल बाद दुष्कर्म के इस मामले में लड़की का बयान दर्ज हुआ है. पीड़िता गया जिला के इमामगंज थाना क्षेत्र की रहने वाली है.
पटनाः बिहार में गया के तत्कालीन डीएसपी(मुख्यालय) कमला कांत प्रसाद के खिलाफ 3 साल बाद नाबालिग दलित लड़की से दुष्कर्म के मामले में केस दर्ज किया गया है.
डीएसपी पर आरोप है कि उसने एक नाबालिग लड़की से सरकारी आवास में दुष्कर्म किया था. अब 3 साल बाद दुष्कर्म के इस मामले में लड़की का बयान दर्ज हुआ है. पीड़िता गया जिला के इमामगंज थाना क्षेत्र की रहने वाली है. कमलाकांत प्रसाद पटना के एसएसपी कार्यालय में तैनात हैं. प्राप्त जानकारी के अनुसार गया स्थित महिला थाने में 27 मई को यह मामला दर्ज किया गया था.
उसके बाद पीड़ित युवती का बयान मंगलवार को धारा 164 के तहत गया कोर्ट में दर्ज हुआ है. जिसमें पीड़िता ने कोर्ट के समक्ष आरोप की पुष्टि की है. पीड़िता घटना के वक्त नाबालिग थी. पॉक्सो की विशेष लोक अभियोजक कैसर सरफुद्दीन ने बताया कि गया के तत्कालीन डीएसपी मुख्यालय के विरुद्ध 2017 में दशहरा के समय जिले के इमामगंज इलाके की एक नाबालिग लड़की से दुष्कर्म का आरोप है.
इस मामले को लेकर कल यानी मंगलवार को पॉक्सो के विशेष जज नीरज कुमार के आदेश पर बयान दर्ज किया गया. न्यायिक दंडाधिकारी स्वाति सिंह के न्यायालय में पुलिस ने पीडिता को प्रस्तुत किया गया, जहां उसका बयान दर्ज किया गया है. पीड़िता ने कोर्ट में बताया है कि जिस समय मेरे साथ घटना घटी थी, आरोपी गया के डीएसपी मुख्यालय थे.
भय एवं डराने धमकाने साथ ही लोक लाज की वजह से घटना के संबंध में परिवार वालों को नहीं बताया था. उसने अपने बयान में यह भी कहा है कि घटना के दिन वह उनके सरकारी आवास में मौजूद थी. वहीं, इस संबंध में महिला थानाध्यक्ष रविरंजना ने बताया कि मामला 2017 का है. दशहरा के दौरान कमलाकांत प्रसाद के आवास पर घरेलू काम करने के लिए लड़की गई थी.
आरोप है कि उसी रात में उसके साथ डीएसपी ने गंदा काम किया. इसकी रिकार्डिंग डीएसपी की पत्नी ने अपने मोबाइल में कर ली थी. इसके बाद उन्होंने कमजोर वर्ग के अधिकारी से पटना में इसकी शिकायत की. मामले की जांच की जा रही थी. डीएसपी के खिलाफ इस मामले शिकायत की गई थी.
तब से विभागीय जांच चल रही थी. जांच में कुछ साक्ष्य मिलने के बाद यह मामला दर्ज कराया गया है. मंगलवार को गया के विशेष पॉक्सो जज नीरज कुमार के निर्देश पर पीड़िता का बयान दर्ज किया गया. पीड़िता ने घटना को लेकर लगाए गए आरोप की पुष्टि की. किसी को बताने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी गई थी.