पटना:बिहार के सुपौल जिले के राघोपुर थाना क्षेत्र के राघोपुर पंचायत अंतर्गत गद्दी गांव से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. यहां परिवार के 5 सदस्यों ने एक साथ कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
मृतकों में पति- पत्नी और उनके 3 बच्चे शामिल हैं. घटना शुक्रवार की देर रात की बताई जा रही है. रविवार सुबह सुपौल में मिश्रीलाल साह सहित उनके परिवार के पांच सदस्य फांसी के फंदे से झूलते मिले. सबसे बडी बात तो यह रही कि मौत को गले लगाने से पहले परिवार के सभी सदस्यों ने अच्छा खाना खाया था और नए कपड़े पहने थे.
सुपौल आत्महत्या मामला: आत्महत्या का कारण आर्थिक तंगी!
वहीं, गांव के लोगों ने बताया कि आर्थिक तंगी के कारण परिवार के सामने आत्महत्या की नौबत आ गई थी. घटना के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच जांच शुरू कर दी है.
मृतकों में गृह स्वामी मिश्रीलाल साह (52 वर्ष), उनकी पत्नी पत्नी रेणु देवी (44), बडी बेटी रोशन कुमारी (15), बेटा ललन कुमार (14) और छोटी बेटी फूल कुमारी (8 वर्ष) शामिल हैं.
घटना को लेकर लोग कई तरह के कयास लगा रहे हैं. लोगों का कहना है कि मृतक मिश्रीलाल साह आर्थिक तंगी से जुझ रहा था. पति- पत्नी के अलावा तीन पुत्री एवं एक पुत्र का भरण पोषन करने के लिए उन्होंने पहले रिक्शा चलाना शुरु किया.
रिक्शा चलाने के बाद उनका स्वास्थ्य साथ नही दिया और फिर उन्होने अपने परिवार के जीविका के लिये चिमनी के ईट भठ्ठे से जले हुए कोयले को बेचने का काम शुरु किया.
लोगों ने कहा कि इधर कुछ वर्षो से ईट भठ्ठे मे नए तकनीक से ईट पकाई में कोयला का डस्ट यूज होने लगा, जिसकी वजह से उसका यह काम भी छूट गया. मिश्रीलाल ने फिर कर्ज लेकर आटा चक्की का काम शुरु किया, जिसमें भी उसे कामयाबी नहीं मिली.
तंग आकर उसने अपने हिस्से की जमीन बेच दी. इसके बाद जीने के लिये कोई संसाधन नहीं बचा जिससे तंग आकर उन्होंने परिवार सहित अपना जीवन समाप्त कर लिया.
यह घटना कुछ हद तक दिल्ली के बुराड़ी कांड से मेल खाती दिख रही है, जहां एक साथ 11 लोगों ने फांसी लगाकर अपनी जान ले ली थी.
सुपौल आत्महत्या मामला: बड़ी बेटी ने भागकर कर ली थी शादी
पड़ोसियों ने बताया कि घर पिछले कुछ दिनों से बंद था. आर्थिक स्थिति के चलते उनकी बड़ी बेटी ने कुछ दिन पहले ईट भठ्ठा पर काम करने आये यूपी के मजदूर से विवाह रचा लिया था और उसी के साथ चली गई. इससे भी उनकी समाज में खूब फजीहत हुई थी.
लोगों ने कहा कि आर्थिक तंगी के साथ-साथ लोक लज्जा के चलते यह परिवार समाज और अपने रिश्तेदारों से भी अलग-थलग रहने लगा. हालांकि घटना के कारण का सही पता लगाने के लिए पुलिस फॉरेंसिक एक्सपर्ट टीम की मदद भी ले रही है.
पुलिस का कहना है कि जांच जैसे-जैसे आगे बढेगी तभी सही कारण का पता चल सकेगा. सुपौल के पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार ने कहा कि मिश्रीलाल साह के पड़ोसियों से मिली जानकारी के अनुसार सामाजिक रूप से शाह का परिवार अपने भाइयों एवं समस्त ग्रामीणों से संपर्क नहीं रखता था.
साह का परिवार आर्थिक रूप से भी संपन्न नहीं था. कुछ दिन पहले ही मिश्रीलाल साह की एक बेटी ने भागकर शादी कर ली थी, जिसके बाद परिवार अंतर्मुखी हो गया था. उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच की जा रही है.