बिहार: पटना में साइबर अपराधियों ने सेवानिवृत्त महिला प्रोफेसर को डिजिटल अरेस्ट कर ठग लिए 3.06 करोड़ रुपये
By एस पी सिन्हा | Updated: November 19, 2024 17:38 IST2024-11-19T17:35:48+5:302024-11-19T17:38:10+5:30
यह पटना में अब तक की सबसे बड़ी साइबर ठगी हुई है। इस संबंध में पटना साइबर थाने में मामला दर्ज किया गया है। साइबर पुलिस कॉल और बैंक डिटेल के आधार पर ठगों की पहचान करने में जुटी है।

बिहार: पटना में साइबर अपराधियों ने सेवानिवृत्त महिला प्रोफेसर को डिजिटल अरेस्ट कर ठग लिए 3.06 करोड़ रुपये
पटना: बिहार की राजधानी पटना में साइबर अपराधियों ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताकर एक सेवानिवृत्त महिला प्रोफेसर को डराया और दो दिन तक डिजिटल अरेस्ट के नाम पर 3.06 करोड़ रुपये ठग लिए। यह पटना में अब तक की सबसे बड़ी साइबर ठगी हुई है। इस संबंध में पटना साइबर थाने में मामला दर्ज किया गया है। साइबर पुलिस कॉल और बैंक डिटेल के आधार पर ठगों की पहचान करने में जुटी है। साइबर अपराधियों के इस काले कारनामे से पटना की सिविल सोसाइटी और पटना पुलिस के होश उड़ गए हैं।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक पटना विश्वविद्यालय की सेवानिवृत महिला प्रोफेसर का परिवार दिल्ली में रहता है और वह अपने घर में अकेली रहती हैं। इसी बीच एक अनजान नंबर से उनके मोबाइल पर फोन आया। फोन करने वाले शख्स ने खुद को सीबीआई का अधिकारी बताया और कहा कि उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया गया है। इसके बाद फोन काट दिया गया।
महिला अभी कुछ समझ भी नहीं सकी थी कि उनके मोबाइल पर वीडियो कॉल आया। कॉल करने वाला पुलिस की वर्दी में था और उसने मनी लॉन्ड्रिंग केस में उन्हें डिजिटर अरेस्ट करने की बात कही। इसके बाद पूर्व प्रोफेसर के मोबाइल पर अलग-अलग नंबरों से कई फोन आए। अपराधियों ने जांच की बात कह महिला पर दबाव बनाया और पूछताछ के दौरान महिला से उनके बैंक खाते की जानकारी ली।
इस दौरान सेवानिवृत महिला प्रोफेसर को झांसा देकर उनके अलग-अलग बैंक अकाउंट से 3.07 करोड़ रुपए निकाल लिए। जब महिला को अपने साथ ठगी का एहसास हुआ तो वह साइबर थाना पहुंचीं और केस दर्ज कराया। केस दर्ज कराने के बाद वह अपने परिवार के पास दिल्ली चली गई हैं। केस दर्ज होने के बाद साइबर थाना की पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
महिला प्रोफेसर ने अपने आवेदन में बताया है कि पटना में वो अकेली रहती हैं। उन्होंने घटना की पूरी विस्तृत जानकारी दी है। उन्होंने बताया है कि 9939618917 नंबर से कॉल करके साइबर ठगों ने उन्हें निशाना बनाया और करोड़ों रुपये के वारे न्यारे कर दिए। साइबर अपराधियों के समूह में से एक व्यक्ति ने महिला को हाउस अरेस्ट भी किया था और खुद को सीबीआई का विभागीय कर्मचारी बताया था।
पुलिस का कहना है कि 78 साल की महिला ज्योति वर्मा के साथ ठगी की इस वारदात को अंजाम दिया गया है। कुल 3 करोड़ 6 लाख रुपए की ठगी की गई है। जिन अकाउंट में पैसे ट्रांसफर किए गए हैं, वो करंट अकाउंट है। पैसे बेंगलुरु और अहमदाबाद के अकाउंट में ट्रांसफर कराए गए हैं। कुल 5 खातों में पैसे भेजे गए हैं। पुलिस आगे की जांच कर रही है।