Bihar Crime News: तलवे में 9 कील, शव गड्ढे में, दाहिने हथेली पर सलाइन ड्रिप?, नालंदा में महिला की ऐसी हत्या, हर कोई हैरान
By एस पी सिन्हा | Updated: March 6, 2025 17:17 IST2025-03-06T17:16:03+5:302025-03-06T17:17:31+5:30
Bihar Crime News: हैरानी की बात यह है कि एक भी कील में खून लगा नहीं मिला है, जहां शव पाया गया वहां भी खून के धब्बे नहीं मिले हैं।

सांकेतिक फोटो
पटनाः बिहार के नालंदा जिले से एक रूह कंपा देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक महिला के शव में तलवे में 9 कील ठोके हुए मिले हैं। घटना बिहारशरीफ के चंडी थाना क्षेत्र में हाइवे किनारे बहादुरपुर गांव के पास गड्ढे में शव मिलने की बात सामने आई है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा से आई इस वीभत्स घटना के सामने आने के बाद पुलिस से लेकर आम लोग सभी हैरान हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार जिस महिला की शव गड्ढे में मिला, उसके दोनों पैर में कई कीलें ठोकी हुई मिली हैं। वहीं दाहिने हथेली पर सलाइन ड्रिप लगा था, जिससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि महिला को सलाइन ड्रिप चढ़ाया जा रहा था। हालांकि इस मामले में पुलिस के हाल बिलकुल खाली हैं। अब सवाल यह उठ रहा है कि महिला को किस अस्पताल में भर्ती किया गया था और उसकी मौत कैसे हुई है?
फिलहाल पुलिस इस संबंध में कुछ बता नहीं रही है। लेकिन पुलिस का कहना है कि उनकी टीम जांच पड़ताल में जुटी है। वहीं महिला के गर्भवती होने की भी संभावना जताई जा रही है। लेकिन, पुलिस के द्वारा कहा जा रहा है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही इस पर कुछ कहा जा सकेगा। हैरानी की बात यह है कि एक भी कील में खून लगा नहीं मिला है, जहां शव पाया गया वहां भी खून के धब्बे नहीं मिले हैं।
आशंका है कि महिला की मौत के काफी देर बाद पैर में कील ठोका गया है। महिला के शरीर पर राख लगा पाया गया है। ऐसे में आशंका है कि करंट लगने के बाद महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया होगा। महिला की मौत के बाद परिजन किसी ओझा के चक्कर में पड़ गए होंगे। लिहाजा उसकी लाश को ओझा या भगत के पास ले जाया गया होगा।
यहां ओझा ने महिला के पैर में कील ठोकी होगी। लेकिन, जब महिला होश में नहीं आ पाई तो उसकी लाश को परिजनों ने यहां लाकर फेंक दिया गया होगा, ताकि सबूत मिटाया जा सके। वहीं इस मामले पर अब नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार सरकार पर बड़ा निशाना साधा है। तेजस्वी ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट कर लिखा है कि महिला अत्याचार और उत्पीड़न में बिहार शीर्ष राज्यों में है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को शर्म है कि आती ही नहीं! उनके गृह जिला में घटित इस रूह कंपकंपाने वाले वीभत्स कांड और दरिंदगी से भी अगर किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता तो वह इंसान है नहीं! वैसे इस घटना को भी बेशर्म भाजपाई और एनडीए के सत्तालोलुप लोग राम राज्य की मंगलकारी घटना ही बतायेंगे और कहेंगे कि 15वीं शताब्दी में क्या होता था जी?