पटनाः बिहार के बेगूसराय में हुए गोलीकांड की घटना ने कानून-व्यवस्था को लेकर बडे सवाल खड़े कर दिये हैं। आखिर छह थानों को युवक पार कर गये और कहीं भी पुलिस उसे नहीं पकड़ पायी। जब युवक फायरिंग करके लापता हो गये तब जाकर पुलिस की नींद खुली।
इस घटना के बाद हुई फजीहत के बाद बेगूसराय के एसपी योगेंद्र कुमार ने कार्रवाई करते हुए 7 पुलिस पदाधिकारियों को निलंबित कर दिया है। निलंबित किए गए पदाधिकारियों में तीन दारोगा शामिल हैं। इन पदाधिकारियों पर गस्ती में लापरवाही बरतने का आरोप लगा है।
वहीं, अभी तक हमला करने वाले अपराधकर्मी पुलिस की पकड़ से दूर ही हैं। बेगूसराय के एसपी कह रहे हैं कि पूरे जिले की नाकेबंदी कर दी गयी है और अपराधी गिरफ्तार कर लिये जाएंगे। बता दें कि मंगलवार की शाम बाइक चला रहा सिरफिरा राह चलते लोगों को गोली मारता गया। इसमें अलग-अलग जगहों पर जाकर 11 लोगों को गोली मारी।
जिसमें एक व्यक्ति की मौत भी हो गयी, जबकि नौ लोग घायल हो गये। बीच सड़क करीब 47 मिनट तक खूनी खेल खेला। बाइक सवार दो अपराधियों के सामने जो आया वो उसे गोली मारते चले गए। इन दोनों अपराधियों ने 30 किलोमीटर के दायरे में 11 लोगों को गोली मार दी। पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी।
हैरानी की बात ये है कि अपराधियों ने बेमकसद सड़क पर खड़े लोगों पर गोलियां बरसायी हैं। उन्होंने ऐसे लोगों को शिकार बनाया है जिनका कोई आपराधिक इतिहास या संलिप्तता नहीं है। इसबीच पुलिस मुख्ययालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि जगह-जगह नाकेबंदी कर कार्रवाई की जा रही है।
एसपी के स्तर से मामले में त्वरित कार्रवाई की गई है। गोली से घायल लोगों से वरीय अधिकारी अस्पताल में जाकर भी मिल रहे हैं। यह भी पूछताछ की जा रही है के गोली चलाने वाले अपराधी कौन थे और उनका मकसद क्या था? डीआइजी खुद भी घटनास्थल की ओर रवाना हो गए हैं। पुलिस की अलग-अलग टीम मामले में छानबीन कर रही है।