ड्रग्स केस: CCTV फुटेज में दिखी शाहरुख खान की मैनेजर पूजा ददलानी की कार, किरण गोसावी की बढ़ सकती है मुश्किलें
By विनीत कुमार | Published: November 4, 2021 07:16 PM2021-11-04T19:16:15+5:302021-11-04T19:23:51+5:30
आर्यन खान की रिहाई के लिए कथित तौर पर पैसे की डील के आरोपों पर जांच कर रही मुंबई पुलिस किरण गोसावी पर शिकंसा कस सकती है। मुंबई पुलिस को ऐसे सीसीटीवी फुटेज मिले हैं जिसमें प्रभाकर सैल के आरोपों से जुड़ी बात सही साबित होने के संकेत मिल रहे हैं।
मुंबई: क्रूज ड्रग्स केस में आर्यन खान की रिहाई के लिए कथित तौर पर पैसे की डील करने के आरोपों के बीच मुंबई पुलिस को बड़े सबूत हाथ लगे हैं। मुंबई पुलिस को सीसीटीवी फुटेज में शाहरुख खान की मैनेजर पूजा ददलानी की नीले रंग की मर्सिडीज कार लोअर परेल इलाके में दिखी है। प्रभाकर सैल द्वारा दिए हलफनामे में भी इसका जिक्र किया गया था।
प्रभाकर सैल ने आरोप लगाए थे कि आर्यन खान को छोड़ने के लिए 18 करोड़ की डील की जानी थी। इसमें से 8 करोड़ समीर वानखेड़े को दिया जाना था। सैल दरअसल किरण गोसावी का बॉडीगार्ड रहा है। गोसावी वही शख्स है जिसकी सेल्फी आर्यन खान के साथ वायरल हुई थी।
गोसावी के खिलाफ दर्ज हो सकता है केस
सैल के आरोपों की जांच मुंबई पुलिस की विशेष एसआईटी टीम कर रही है। गोसावी और सैल दोनों ड्रग्स केस में एनसीबी के स्वतंत्र गवाह हैं। एसआईटी इस बात की जांच करेगी कि क्या गोसावी ने कथित डील पर खुद को एनसीबी अधिकारी बताकर पेश किया था। मामले में पुलिस अब पूजा ददलानी का बयान भी दर्ज कर सकती है।
गौरतलब है कि सैल ने दावा किया था कि ददलानी, गोसावी और सैम डिसूजा 3 अक्टूबर को लोअर परेल में मिले थे। ये घटनाक्रम आर्यन को एनसीबी द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद का है।
इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार सैल की ओर से किए गए दावे के बाद पुलिस ने इलाके में 10-15 सीसीटीवी फुटेज खंगाली और उन्हें ददलानी की नीली मर्सिडीज और गोसावी और डिसूजा की दो इनोवा कार नजर आई।
सैल के दावे के मुताबिक लोअर परेल मीटिंग के बाद उन्होंने गोसावी को उनके वाशी स्थित आवास पर छोड़ दिया था। गोसावी ने सैल से तारदेव में एक होटल के बाहर से पैसे लेने को कहा था। सैल के मुताबिक एक शख्स कार में आया और उसे दो बैग दिए, जिसे वह ट्राइडेंट होटल में डिसूजा के पास लेकर गया।
पूजा ददलानी से मिले थे 50 लाख रुपये
डिसूजा ने पैसे गिने और कहा कि वे केवल 38 लाख रुपये हैं। डिसूजा खुद को एक बिजनेसमैन बताता है। डिसूजा ने एक टीवी इंटरव्यू में दावा किया कि ददलानी से 50 लाख रुपये मिले थे, लेकिन बाद में जब उसे पता चला कि गोसावी एक धोखेबाज है, तो पैसा वापस कर दिया गया।
डिसूजा के अनुसार गोसावी ने उसे बताया था कि वह एक ऐसे व्यक्ति के दबाव में था जिसका नंबर उसके फोन पर SW (समीर वानखेड़े) के रूप में सेव था, लेकिन ट्रूकॉलर ऐप से डिसूजा को पता चला कि वह नंबर सैल का था।
मुंबई पुलिस के अधिकारियों ने नाम न छापने पर कहा कि उन्होंने डिसूजा को पूछताछ के लिए बुलाया है, लेकिन अभी तक नहीं आया है। बहरहाल, एसआईटी गोसावी के खिलाफ मामला दर्ज कर सकती है। उसके खिलाफ पहले ही पुणे और अंबोली पुलिस ने मामला दर्ज किया है। निजी जासूस होने का दावा करने वाले गोसावी को पिछले महीने पुणे पुलिस ने गिरफ्तार किया था।