नूह की एसपी नाजनीन भसीन ने मामले की जानकारी देते हुए बताया, '30 घंटे के अंदर एसआईटी ने दो लोगों- दीनदयाल और डॉक्टर संजीव को अरेस्ट कर लिया है। मुख्य आरोपी नीशू को रविवार को अरेस्ट किया गया। उसे यहां लाया जा रहा है।' इस घटना ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है। अब इस मामले के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस के मुताबिक 19 साल की मेधावी छात्रा से रेप की साजिश आरोपी नीशू ने ही रची थी।
रविवार शाम को पुलिस ने उसे अरेस्ट करने की पुष्टि की। रेवाड़ी गैंगरेप पर नूह जिले की एसपी नाजनीन भसीन ने कहा है कि 30 घंटे के अंदर-अंदर एसआईटी ने दो लोगों (दीन दयाल और डॉक्टर संजीव) को पकड़ लिया। मुख्य आरोपी नीशू भी गिरफ्तार हो चुका है। उसे यहां लाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि दीन दयाल उस ट्यूब वेल का मालिक हैं, जहां यह घटना हुई।
डॉक्टर संजीव को भी अबतक इस मामले में शामिल पाया गया है। मुख्य आरोपी नीशू था। उसने ही पहले से प्लानिंग की थी और डॉक्टर को भी उसने ही बुलाया था। बताया है कि मामले में सेना का जो जवान शामिल था वह फिलहाल पकड़ा नहीं गया है। हम उसे जल्द गिरफ्तार कर लेंगे। डॉक्टर संजीव को इस मामले में शामिल पाया गया है, क्योंकि वह जानता था कि तीन लड़कों ने उस लड़की को पकड़ रखा है। वह आखिर तक प्लान में शामिल रहा और उसने किसी को कुछ नहीं बताया।
नूह जिले की एसपी नाजनीन भसीन ने बताया कि रेवाड़ी गैंगरेप मामले में 100 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की गई थी। उन्होंने बताया है कि दीन दयाल को पता था कि उसके ट्यूब वेल पर क्या हो रहा है। जांच में पता चला है कि नीशू ने उससे फोन पर बात की थी और बताया था कि उन्हें एक कमरे की जरूरत है। यह सब प्लानिंग के साथ हुआ था। बताया जा रहा है कि नीशू इस अपराध का मुख्य आरोपी है और उसने ही रेप की साजिश रची थी।
जानें क्या है रेवाड़ी गैंगरेप मामला क्या है?
हरियाणा के रेवाड़ी जिले में 12 सितंबर को तीन लड़कों ने कोचिंग जाने के दौरान सीबीएसई की टॉपर छात्रा को किडनैप किया था। फिर घर से दूर ले जाकर नशीली चीज खिलाकर उसके साथ गैंगरेप किया।
रेप करने के बाद आरोपियों ने छात्रा को वापस महेंद्रगढ़ के एक बस स्टॉप के पास फेंका दिया था। पीड़िता 2016 में सीबीएससी बोर्ड की टॉपर रह चुकी है और टॉप करने के लिए राष्ट्रपति से सम्मानित भी हो चुकी है।
पुलिस पर आरोप है कि पहले उन्होंने इस मामले में केस दर्ज करने में आनाकानी की थी। हालांकि मामले तूल पकड़ने के बाद पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। फिलहाल जांच के लिए एसआईटी के साथ ही कई अलग-अलग जांच टीम का गठन किया गया है।पु लिस ने तीनों आरोपी पंकज, मनीष और नीशू की पहचान कर ली है लेकिन अब तक एक भी आरोपी गिरफ्तार नहीं कर पाई है।
मामला दर्ज करने के बाद पीड़िता को मेडिकल टेस्ट के लिए जिला अस्पताल में भेजा गया था। जहां रेप की पुष्टि हो चुकी है। वहीं छात्रा की मां ने पुलिस पर मामले की अनदेखी का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि 'सीबीएसई बोर्ड की परीक्षा में टॉप करने के बाद मोदी जी ने मेरी बेटी को सम्मानित किया था।मोदी जी कहते हैं बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ, लेकिन अब मैं अपनी बेटी के लिए न्याय की गुहार लगा रही हूं।'