Amritsar hooch tragedy: अब तक 23 की मौत, हिरासत में 16, भंगाली, पातालपुरी, मरारी कलां, तलवंडी खुम्मन, करनाला, भंगवान और थेरेवाल गांवों में मौत
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: May 14, 2025 19:29 IST2025-05-14T19:28:12+5:302025-05-14T19:29:31+5:30
Amritsar hooch tragedy: पंजाब में विपक्षी दलों ने इस घटना को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यह ‘आप’ सरकार के बहुचर्चित नशा विरोधी अभियान के "खोखलेपन" और शराब माफिया को नियंत्रित करने में "विफलता" को दर्शाता है।

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अमृतसरः पंजाब में जहरीली शराब पीने से मजीठा इलाके में बुधवार को दो और लोगों की मौत के बाद इस घटना में मृतकों की संख्या बढ़कर 23 हो गई। वहीं दिल्ली में दो और गिरफ्तारी के बाद इस मामले में हिरासत में लिए गए लोगों की संख्या बढ़कर 16 हो गई। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि दोनों मृतक भंगवान गांव के रहने वाले थे। अमृतसर की उपायुक्त साक्षी साहनी ने भी पुष्टि की है कि इस घटना में मरने वालों की संख्या 23 हो गई है। मजीठा में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से मरने वालों में ज्यादातर दिहाड़ी मजदूर हैं।
अधिकारियों ने बताया कि भंगाली, पातालपुरी, मरारी कलां, तलवंडी खुम्मन, करनाला, भंगवान और थेरेवाल गांवों में मौतें हुईं। पुलिस ने बताया कि बुधवार को उत्तरी दिल्ली से रविंदर जैन और ऋषभ जैन नामक दो लोगों को गिरफ्तार किया गया और इस गिरफ्तारी के साथ मामले में अब तक मुख्य आरोपी समेत 16 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने ‘एक्स’ पर लिखा, "अमृतसर ग्रामीण पुलिस ने मजीठा, अमृतसर में नकली शराब मामले में दिल्ली के मॉडल टाउन से दो लोगों को गिरफ्तार किया है।" उन्होंने लिखा, "मुख्य आरोपियों में से एक साहिब सिंह के व्हाट्सएप चैट से पता चला है कि वह ऋषभ जैन के संपर्क में था।
संदेह है कि साहिब सिंह को जैन से एक खेप मिली थी, जिसका इस्तेमाल पंजाब क्षेत्र में नकली शराब बनाने के लिए किया गया था।" पुलिस उपमहानिरीक्षक (सीमा रेंज) सतिंदर सिंह ने पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि मामले में कुल 18 लोगों को नामजद और 16 को गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) यादव की ओर से स्पष्ट निर्देश हैं कि नकली शराब की बिक्री में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। पुलिस ने बताया कि मजीठा के पुलिस उपाधीक्षक अमोलक सिंह और मजीठा थाने के प्रभारी अवतार सिंह को लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है।
आबकारी विभाग के दो अधिकारियों को भी निलंबित किया गया है। पुलिस जांच में पता चला है कि औद्योगिक उत्पादों में इस्तेमाल होने वाला रसायन मेथनॉल जहरीली शराब बनाने के लिए ऑनलाइन थोक में खरीदा गया था। पीड़ितों के परिवार व्यथित हैं। अपने भाई जोगिंदर सिंह को खो चुकी मंजीत कौर ने कहा कि अब उनके परिवार के लिए गुजारा करना मुश्किल हो जाएगा।
भंगाली कलां गांव के रहने वाले रमनदीप सिंह (38) का परिवार इस दुख से उबरने की कोशिश कर रहा है। उनके परिवार में पत्नी और दो बच्चे हैं। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को मृतकों के परिवारों के लिए 10 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की और कहा कि राज्य सरकार पीड़ितों के बच्चों की शिक्षा का पूरा खर्च वहन करेगी।
मजीठा थाने और अमृतसर ग्रामीण के कथुनांगल थाने में भारतीय न्याय संहिता की धारा 105 (गैर इरादतन हत्या) और 103 (हत्या) के साथ-साथ आबकारी अधिनियम और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत दो अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं।
पंजाब में विपक्षी दलों ने इस घटना को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यह ‘आप’ सरकार के बहुचर्चित नशा विरोधी अभियान के "खोखलेपन" और शराब माफिया को नियंत्रित करने में "विफलता" को दर्शाता है।