अमेरिकी कैथलिक स्कूल पर 2011 से रेप को बढ़ावा देने का लगा आरोप, पीड़ितों के साथ भी की जाती थी बदसलूकी, 6 छात्रों के माता-पिता ने किया शिकायत
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 19, 2022 04:10 PM2022-05-19T16:10:28+5:302022-05-19T16:30:02+5:30
मामले में जब स्कूल के प्रिंसिपल से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें वाद के बारे में पता है, लेकिन वे अभी इस पर कोई भी बयान नहीं करना चाहती है।
ओक्लाहोमा: अमेरिका के एक स्कूल में रेप को बढ़ावा देने का आरोप लगा है। जानकारी के मुताबिक, यह स्कूल रेप के मामलों में शिकायत होने पर कोई कदम नहीं उठाता था। यही नहीं अपने साथ हुई जबरदस्ती की शिकायत करने वाली पीड़ितों के साथ उल्टा बदसलूकी करने का भी आरोप स्कूल पर लगा है। इस स्कूल के खिलाफ छात्रों के खुद माता-पिता ने शिकायत की है और इस मामले में एक वाद भी दायर किया है। इस स्कूल पर बरसों से छात्रों को इस तरीके से परेशान और बदसलूकी का आरोप लगा है। मामले में स्कूल के प्रिंसिपल ने अभी कुछ बयान देने से इन्कार कर दिया है। देखते दी देखते यह मामला सोशम मीडिया पर भी वायरल हो रहा है, जिसमें स्कूल की आलोचना भी की जा रही है।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, ओक्लाहोमा सिटी में ‘माउंट सेंट मैरी कैथोलिक हाई स्कूल’ (एमएसएम) के कई मौजूदा और पूर्व छात्र और कम के छह छात्रों के माता-पिता ने स्कूल पर ‘‘बलात्कार को बढ़ावा’’ देने का आरोप लगाया है। इस संबंध में एक वाद सोमवार को दायर किया गया।
रेप पर कोई कदम नहीं उठाने का लगा स्कूल पर आरोप
मामले में स्कूल के 10 मौजूदा एवं पूर्व छात्रों और छह छात्रों के माता-पिता एवं अभिभावकों ने यह वाद दायर किया है। वाद में दावा किया गया है कि स्कूल के अधिकारियों को 2011 से पता था कि छात्राओं का अन्य छात्रों, शिक्षकों तथा प्रशिक्षकों द्वारा बलात्कार तथा यौन उत्पीड़न किया जा रहा है और उन्होंने इसे रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया था।
पीड़ितों के साथ होती थी बदसलूकी
वहीं वाद में आगे कहा गया है, ‘‘एमएसएम ने बलात्कार को बढ़ावा दिया....।’’ इसमें दावा किया गया, ‘‘एमएसएम ने बलात्कार तथा यौन उत्पीड़न को रोकने या उसकी शिकायत करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया..बल्कि शिकायत करने वाली महिलाओं तथा लड़कियों के साथ बदसलूकी की।’’ माउंट सेंट मैरी की प्रधानाचार्य लौरा कैन ने एक बयान में कहा कि उन्हें वाद के बारे में पता है, लेकिन अभी वह इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकतीं।