अजमेर मौलवी हत्याकांड: यौन उत्पीड़न से तंग आकर छह नाबालिगों ने की थी मौलाना की हत्या, मस्जिद में साथ ही रहते थे, पुलिस ने किया खुलासा
By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: May 13, 2024 11:52 IST2024-05-13T11:51:08+5:302024-05-13T11:52:21+5:30
पुलिस ने बताया कि नाबालिगों ने ताहिर के खाने में नींद की गोलियां मिला दीं और फिर उसे लाठियों से पीटा। पुलिस ने बताया कि बाद में उन्होंने पुलिस को सूचित किया कि तीन नकाबपोश लोग मस्जिद में घुस आये और मौलवी पर हमला कर दिया।

(फाइल फोटो)
जयपुर: राजस्थान के अजमेर जिले के रामगंज इलाके में एक मस्जिद के मौलवी की हत्या के मामले की जांच कर रही पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। मौलवी की पीट-पीटकर हत्या की गई थी। शुरुआती जांच में जब पुलिस को कुछ खास सफलता नहीं मिली तो मामले में छह नाबालिगों को हिरासत में लिया गया। ये सभी मस्जिद में उसके साथ ही रहते थे। पुलिस का कहना है कि मस्जिद के बच्चों ने यौन उत्पीड़न व अश्लील हरकतों से तंग आकर यह कदम उठाया।
अजमेर के पुलिस अधीक्षक देवेंद्र बिश्नोई ने बताया है कि हत्या के इस मामले में जांच आगे नहीं बढ़ने पर मौलाना के साथ रहने वाले छह नाबालिगों से पूछताछ की गई। बच्चों ने मौलाना की हत्या करने की बात कबूल की क्योंकि वह उनका यौन शोषण करता था। 26 अप्रैल की रात मोहम्मद ताहिर (30) की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी।
पुलिस ने बताया कि नाबालिगों ने ताहिर के खाने में नींद की गोलियां मिला दीं और फिर उसे लाठियों से पीटा। पुलिस ने बताया कि बाद में उन्होंने पुलिस को सूचित किया कि तीन नकाबपोश लोग मस्जिद में घुस आये और मौलवी पर हमला कर दिया। ताहिर मस्जिद में बच्चों को पढ़ाता था।
घटना 28 अप्रैल, शुक्रवार और शनिवार की दरमियानी देर रात करीब दो बजे रामगंज थाना क्षेत्र के कंचन नगर में हुई थी। शुरुआत में पुलिस ने भी यही मानकर जांच शुरू की कि तीन नकाबपोश लोग मस्जिद में घुस गए और मौलाना मोहम्मद माहिर (30) पर लाठियों से हमला कर दिया। घटना के समय मस्जिद में छह बच्चे भी मौजूद थे।
इन छह बच्चों ने पुलिस को शुरू में बताया था कि तीन नकाबपोश लोगों ने उन्हें धमकाया और मोबाइल फोन छीन लिए ताकि कोई भी घटना के बारे में किसी को जानकारी न दे सके। बदमाशों के भागने के बाद बच्चों ने स्थानीय निवासियों को इसकी जानकारी दी थी। शुरुआती जांच में बहुत मेहनत करने के बाद भी जब पुलिस को कुछ नहीं मिला तब अलग एंगल से जांच की गई। उन सभी छह बच्चों को पूछताछ के लिए बुलाया गया जो घटना से समय मस्जिद में मौजूद थे।