इंंदौर, 21 अप्रैलः इंदौर के सबसे व्यस्त राजबाड़ा इलाके में एक आठ महीने की मासूम बच्ची का शव मिला है। शव की ऐसी हालत थी कि उसे समेटकर ले जाते हुए पुलिसकर्मी भी रो पड़े। बच्ची के प्राइवेट पार्ट से खून निकल रहा था। पुलिस ने बच्ची के साथ दुष्कर्म की पुष्टि की है। शव को बरामद करके जांच शुरू कर दी गई है। माना जा रहा है कि बच्ची को कंधे पर बिठाकर ले जाते आरोपी की फुटेज सीसीटीवी में कैद हो गई है। पुलिस का कहना है कि आरोपी बच्ची के परिवार का करीबी है।
घटना गुरुवार रात इंदौर के ऐतिहासिक रजवाड़ा इलाके की है। यहां स्थित शिव विलास पैलेस के बेसमेंट में एक बच्ची की लाश औंधे मुंह पड़ी थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव बरामद कर प्राथमिक जांच शुरू दी। बच्ची के प्राइवेट पार्ट से खून निकल रहा था। पुलिस उसे सफेद बंडल में समेटकर पोस्टमार्टम के लिए ले गई। यह करते हुए वहां मौजूद पुलिसकर्मी भी रो पड़े।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बच्ची के पैरेंट्स रजवाड़ा इलाके में गुब्बारे बेचते हैं। शुक्रवार रात को बच्ची अपनी मां के पास सो रही थी। आरोपी युवक ने बच्ची को किडनैप करके पचास मीटर दूर बेसमेंट में ले गया। आठ महीने की मासूम के साथ हैवानियत करने के बाद उसे मौत के घाट उतार दिया। डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्रा ने पीटीआई को बताया, 'बच्ची के प्राइवेट पार्ट और सिर में चोट के निशान मिले हैं।'
पुलिस ने वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी को धर दबोचा है और मामले में कथित संवेदनहीनता एवं लापरवाही बरतने के चलते सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) हरिनारायणाचारी मिश्रा ने आज बताया कि मामले में देर रात नवीन गाडगे (25) को पकड़ लिया गया। यह शख्स बच्ची का दूर का रिश्तेदार है। डीआईजी ने बताया कि बच्ची के परिजन गुब्बारे बेचकर गुजारा करते हैं। गुरुवार रात जब वे ऐतिहासिक राजबाड़ा महल के सामने अपने परिवार के साथ खुले में सो रहे थे तभी गाडगे ने बगल में सो रही दुधमुंही बच्ची को कथित तौर पर अगवा कर लिया।
मिश्रा ने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज के हवाले से बताया, "अपहरण के बाद आरोपी सोती बच्ची को अपने कंधे पर डालकर निकला, ताकि लोगों को शक ना हो। फिर वह उसे करीब 50 मीटर दूर स्थित वाणिज्यिक इमारत के तलघर में ले गया।" डीआईजी ने बताया कि आरोप है कि बलात्कार के बाद गाडगे ने बच्ची को कुछ फुट ऊंचाई से फेंककर उसकी हत्या कर दी। बच्ची का शव शुक्रवार दोपहर बरामद किया गया।
इस बीच, मामले में संवेदनहीनता एवं लापरवाही बरतने के आरोप में सर्राफा पुलिस थाने के एएसआई त्रिलोक सिंह वरकड़े को निलंबित कर दिया गया है। आरोप है कि बच्ची के लापता होने के बाद जब घबराये परिजन शुक्रवार सुबह पुलिस थाने पहुंचे तो एएसआई ने उन्हें कहा कि दोपहर 12 बजे थाना प्रभारी आयेंगे। इसके बाद ही मामले में प्राथमिकी दर्ज की जायेगी।
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यह क्रूरतम घटना ऐसे वक्त में हुई है जब देश बच्चियों की सुरक्षा के गंभीर सवाल से जूझ रहा है। हाल ही में कई ऐसी घटनाएं सामने आई हैं जिसने समाज को सोचने पर मजबूर कर दिया है। जम्मू-कश्मीर के कठुआ में आठ साल की बच्ची से गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई थी। सूरत में एक बच्ची का शव मिला है जिसके शरीर पर 80 चोट के निशान पाए गए। उत्तर प्रदेश के उन्नाव में एक युवती ने बीजेपी विधायक के खिलाफ के गैंगरेप का आरोप लगाया है।
PTI Bhasha Inputs