त्योहारी सीजन में ऑनलाइन शॉपिंग करते हुए 40 फीसदी भारतीयों से हुई ठगी, एक अध्ययन का दावा
By रुस्तम राणा | Published: November 1, 2022 06:40 PM2022-11-01T18:40:11+5:302022-11-01T18:54:27+5:30
यह अध्ययन नॉर्टन की ओर से द हैरिस पोल द्वारा किया गया था, जिसने भारतीय निष्कर्षों को जारी किया जिसमें त्योहारी सीजन के दौरान साइबर सुरक्षा और ऑनलाइन खरीदारी के प्रति दृष्टिकोण का पता लगाया गया।
Online Fraud: एक अध्ययन के मुताबिक, त्योहारी सीजन के दौरान 40 फीसदी भारतीयों को ऑनलाइनशॉपिंग के दौरान ठगी का शिकार होना पड़ा है। यह अध्ययन नॉर्टन की ओर से द हैरिस पोल द्वारा किया गया था, जिसने भारतीय निष्कर्षों को जारी किया जिसमें त्योहारी सीजन के दौरान साइबर सुरक्षा और ऑनलाइन खरीदारी के प्रति दृष्टिकोण का पता लगाया गया।
हैरान करने वाला सर्वे का निष्कर्ष
निष्कर्षो के अनुसार, सर्वेक्षण में शामिल दो-तिहाई भारतीय वयस्क अपने व्यक्तिगत विवरण के साथ छेड़छाड़ (78 प्रतिशत), तीसरे पक्ष के खुदरा विक्रेता द्वारा धोखाधड़ी (77 प्रतिशत), एक उपहार के रूप में एक नवीनीकृत उपकरण खरीदना या प्राप्त करना (72 प्रतिशत) और एक उपकरण जिसे वे उपहार के रूप में प्राप्त करते हैं, (69 प्रतिशत) हैक किया जा रहा है।
ऑनलाइन शॉपिंग में वृद्धि के साथ बढ़ी धोखाधड़ी
नॉर्टनलाइफलॉक में सार्क देश नॉर्टन डरयरेक्टर इंडिया के निदेशक, रितेश चोपड़ा के मुताबिक, हाल ही में त्योहारी सीजन में की गई ऑनलाइन शॉपिंग करने वालों की संख्या में बढ़ोतरी देखी गई। इसके साथ-साथ ऑनलाइन शॉपिंग, उपहार कार्ड और डाक वितरण में भी फ्रॉड भी सामने आए। उन्होंने कहा, हमारी नॉर्टन रिपोर्ट यह भी बताती है कि ऑनलाइन शॉपिंग करते समय कई भारतीय वयस्कों के साथ धोखाधड़ी की गई है, सर्वेक्षण करने वालों का औसत नुकसान 6,216 रुपये है।
अपनी डिवाइस से ऑनलाइन शॉपिंग करने में सहज हैं युवा
अध्ययन के निष्कर्ष से यह पता चला है कि सर्वे में शामिल लगभग 78 प्रतिशत भारतीय युवा इस बात से सहमत हैं कि वे अपने मोबाइल, टैबलेट्स या फिर डेस्कटॉप के माध्यम से ऑनलाइन शॉपिंग करने में सहज हैं और 74 प्रतिशत का मानना है कि इससे उन्हें मानसिक तौर पर मदद मिलती है। रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि 65 प्रतिशत भारतीय वयस्कों का कहना है कि अगर वे त्योहारी सीजन के दौरान अपने कनेक्टेड डिवाइस तक नहीं पहुंच पाते हैं तो उनकी मानसिक स्थिति खराब हो जाएगी।