JNU से लापता हुए पीएचडी की छात्रा पांचवें दिन मिली, पुलिस को बताई ये हकीकत
By रामदीप मिश्रा | Updated: March 15, 2018 12:22 IST2018-03-15T11:01:39+5:302018-03-15T12:22:56+5:30
जेएनयू की छात्रा के पिता ने पुलिस को बताया था कि उसने फोन पर बातचीत में कहा था कि वह अपने दोस्तों के साथ बाहर खाना खाने जा रही है। इसके बाद फोन रख दिया था।

JNU से लापता हुए पीएचडी की छात्रा पांचवें दिन मिली, पुलिस को बताई ये हकीकत
नई दिल्ली, 15 फरवरीः जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) से पीएचडी करने वाली 26 वर्षीय छात्रा 10 मार्च से लापता थी, जिसे पुलिस ने खोज निकाला है। दिल्ली पुलिस के डीसीपी मिलिंद डोंब्रे ने बताया है कि जेएनयू की लापता छात्र मिल गई है। छात्रा का कहना है कि वह खुद ही चली गई थीं। वह ठीक हैं।
The missing JNU girl student has been found, she says she had gone on her own and that she is fine: Delhi Police DCP Milind Dombre
— ANI (@ANI) March 15, 2018
आपको बता दें कि गुरुवार को उसके लापता होने का पांचवां दिन था। इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई थी, जिसके बाद पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 365 के तहत यानि अगवा करने का मुकदमा दर्ज किया था। मामला दर्ज करने के बाद पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई थी।
Delhi: 26-year-old girl, PHD scholar in Jawaharlal Nehru University (JNU) went missing on 10 March. Case registered against unidentified persons. Police investigation underway
— ANI (@ANI) March 15, 2018
जानकारी के अनुसार बताया गया था कि छात्रा पूजा कसाना मूल रूप से गाजियाबाद की रहने वाली है और जेएनयू से इंटीग्रेटेड एम.फिल एंड पीएचडी का कोर्स कर रही है। पूजा के पिता के मुताबिक, उन्होंने 10 मार्च को रात में पूजा से बात की थी।
खबरों के अनुसार, छात्रा के पिता ने पुलिस को बताया था कि उसने बातचीत में कहा था कि वह अपने दोस्तों के साथ बाहर खाना खाने जा रही है। इसके बाद फोन रख दिया। जब सुबह 11 मार्च को दोबारा फोन लगाया गया तो उसका फोन स्विच ऑफ जा रहा था। उसके बाद से उससे कोई बातचीत नहीं हुई है।
बेटी का फोन लगातार स्विच ऑफ रहने के बाद पिता ने उसकी तलाश करनी शुरू कर दी थी और जेएनयू कैंपस के अंदर उसके हॉस्टल में भी गए थे, लेकिन उसका कमरा बंद मिला था। हर जगह तलाश करने के बाद उसके पिता ने 12 मार्च को पुलिस में एक लिखित शिकायत दी थी।
आपको बता दें कि इससे पहले जेएनयू से 15 अक्टूबर, 2016 को लापता हुए नजीब अहमद का अभी तक कोई सुराग नहीं लगा है। इस मामले में पुलिस के हाथ अभी भी खाली हैं। पिछले दिनों दिल्ली हाईकोर्ट ने चंडीगढ़ की एक फोरेंसिक प्रयोगशाला को जेएनयू छात्र नजीब अहमद की गुमशुदगी के मामले में संदिग्ध नौ छात्रों के मोबाइल फोन की जांच का काम तेज करने का निर्देश दिए थे। अदालत ने जब्त फोन के फोरेंसिक विश्लेषण में देरी पर चिंता जताते हुए प्रयोगशाला को 19 मार्च तक अपनी रिपोर्ट सौंपने को कहा था।