नई दिल्ली, 24 अगस्त: भारतीय चयनसमिति ने इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी दो टेस्ट मैचों के लिए पृथ्वी शॉ और हनुमा विहारी को टीम में शामिल किया है। लेकिन सबसे ज्यादा सवाल घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के बावजूद मंयक अग्रवाल को टीम में जगह न दिए जाने पर उठ रहे हैं।
अग्रवाल ने पिछले घरेलू सीजन में 2000 से ज्यादा रन बनाने के साथ ही भारत-ए के लिए भी हाल के मैचों में शानदार प्रदर्शन किया है। लेकिन मंयक का ये प्रदर्शन पृथ्वी शॉ और हनुमा विहारी के आगे फीका पड़ गया और उन्हें मौक नहीं मिला।
शानदार घरेलू सीजन के बाद 27 वर्षीय मंयक अग्रवाल ने इंग्लैंड दौरे पर भारत-ए के लिए भी अच्छा प्रदर्शन किया। इंग्लैंड में मयंक ने चार लिस्ट-ए मैचों में 287 रन बनाए। हालांकि उन्होंने प्रैक्टिस मैचों में 4 और 151* के स्कोर तो बनाए लेकिन प्रथम श्रेणी मैचों की चार पारियों में सिर्फ 69 रन ही बना सके, जबकि पृथ्वी शॉ ने इन दो मैचों में 250 रन बनाए। शायद यही टेस्ट टीम में शॉ के चयन और मयंक अग्रवाल के न चुने जाने की सबसे बड़ी वजह बना।
हालांकि मंयक अग्रवाल ने इंग्लैंड की नाकामी को पीछे छोड़ते हुए हाल ही में घर में साउथ अफ्रीका ए के खिलाफ पहले अनधिकृत टेस्ट में 220 रन की जोरदार पारी खेली है। इस मैच में उन्होंने पहले विकेट के लिए पृथ्वी शॉ के साथ 277 रन की जोरदार साझेदारी भी की, जिसमें शॉ ने 136 रन बनाए। हालांकि दूसरे मैच में वह सिर्फ 29 रन बना सके।
विदेशी धरती पर लगातार निराशाजनक प्रदर्शन कर रहे मुरली विजय का जब विकल्प चुनने की बारी आई तो चयनकर्ताओं ने पृथ्वी शॉ और मंयक अग्रवाल में से शॉ पर भरोसा जताया।
मयंक अग्रवाल ने 42 प्रथम श्रेणी मैचों में 8 शतक और 17 अर्धशतक की मदद से 3245 रन बनाए हैं। लिस्ट ए के 64 मैचों में उनके नाम 11 शतक और 12 अर्धशतकों की मदद से अब तक 3131 रन हैं। वहीं टी20 मैचों में वह 111 मैचों में एक शतक और 15 अर्धशतकों की मदद से 2340 रन बना चुके हैं।