दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन में जारी पहले टेस्ट से अजिंक्य रहाणे को बाहर करने का फैसला भले ही अचरज भरा हो लेकिन इसके कयास लगाए जा रहे थे। उनकी जगह रोहित शर्मा को मौका दिया गया। कोहली और टीम मैनेजमेंट का यह फैसला दरअसल दिलचस्प और अलग इसलिए है कि रहाणे उपकप्तान है।
रहाणे को ड्रॉप करने का फैसला इसलिए भी दिलचस्प है कि क्योंकि उन्हें आईपीएल की फ्रेंचाइजी राजस्थान रॉयल्स ने भी रिटेन नहीं किया है। जबकि आईपीएल में कई मौको पर उन्होंने राजस्थान के लिए अहम पारियां खेली हैं। ऐसे में यह सवाल उठने लगे हैं कि क्या रहाणे अपने करियर के सबसे मुश्किल दिनों के मुकाम पर हैं। अगर रोहित शर्मा का बल्ला दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में चला तो रहाणे की जगह कहां होगी।
रहाणे के लिए पिछले कुछ सीरीज रहे खराब
श्रीलंकाई टीम के पिछले भारत दौरे में रहाणे का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। उनके बल्ले से पांच पारियों में केवल 21 रन निकले। लेकिन यह केवल एक सीरीज नहीं थी जो रहाणे के लिए खराब रही। इस का सिलसिला 2016 में इंग्लैंड के भारत दौरे के साथ ही शुरू हो गया था। श्रीलंका के साथ सीरीज को भी मिला कर देखें तो पिछले एक साल में केवल एक शतक रहाणे के बल्ले से निकला है।
इंग्लैंड से लेकर श्रीलंका के खिलाफ तक उन्होंने 14 टेस्ट खेले और 26.82 के औसत से 617 रन बनाए। इन आंकड़ों के उलट रोहित शर्मा ने पिछले कुछ महीनों में शानदार प्रदर्शन किया है। भले ही ये टी20 और वनडे मैचों से आए हैं लेकिन श्रीलंका के खिलाफ पिछले टेस्ट मैचों में 102, 65 और 50 रनों नाबाद पारी ने उनकी राह और आसान कर दी।
रहाणे का वनडे और टी20 में पहले ही हाथ तंग!
रहाणे के बारे में काफी पहले से ही कहा जाता रहा है कि वह टी20 और वनडे के बड़े खिलाड़ी नहीं है। हालांकि, कई बार रहाणे ने इसे गलत भी साबित किया है। फिर भी आंकड़ो को देखें रहाणे ने आखिरी इंटरनेशनल टी20 साल-2016 के अगस्त में खेला था। वहीं, आखिरी वनडे भी उन्होंने पिछले साल अक्टूबर में खेला था।
क्या वक्त से पहले खत्म होगा रहाणे का इंटरनेशनल करियर?
यह कहना शायद जल्दबाजी होगी। रहाणे भले ही पिछले डेढ़ साल में बहुत लय में नजर नहीं आए हैं लेकिन सच्चाई ये भी है विदेशी धरती पर उनके रिकॉर्ड्स कई भारतीय बल्लेबाजों से बेहतर हैं। रहाणे ने अपना पहला टेस्ट शतक ही न्यूजीलैंड में लगाया था।
रहाणे का ऑस्ट्रेलिया में 57.00, इंग्लैंड में 33.22, न्यूजीलैंड में 54.00 और दक्षिण अफ्रीका में 69.66 का औसत रहा है। ऐसे में दक्षिण अफ्रीका में रहाणे को कितने मौके मिलेंगे यह सब इस पर निर्भर होगा कि रोहित कहा टिकते हैं। हालांकि, रोहित वाकई दक्षिण अफ्रीका में खड़े उतरते हैं या नहीं, इसकी चुनौती उन पर भी है।