टीम इंडिया पहले टी20 में ऑस्ट्रेलिया से ज्यादा रन बनाकर भी कैसे हारी, जानिए क्या है डकवर्थ लुइस नियम

Duckworth–Lewis: भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टी20 में बारिश प्रभावित मैच में डकवर्थ लुइस नियम से 4 रन से करीबी शिकस्त झेलनी पड़ी

By अभिषेक पाण्डेय | Published: November 22, 2018 3:24 PM

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ब्रिस्बेन में बुधवार को खेले गए पहले टी20 में ऑस्ट्रेलिया के हाथों टीम इंडिया की 4 रन से करीबी हार के बाद जिस बात की सबसे ज्यादा चर्चा हुई वह है डकवर्थ लुइस नियम। ये नियम वर्षा प्रभावित मैचों में लागू होता है। पहले टी20 के दौरान पहले बैटिंग करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई पारी के दौरान जब स्कोर 16.1 ओवर के बाद 153/3 था तभी बारिश आ गई और फिर करीब आधे घंटे का खेल बर्बाद हो गया। 

इसके बाद दोबारा मैच शुरू होने पर इसे 17 ओवर प्रति पारी का कर दिया गया। ऑस्ट्रेलिया ने अगली पांच गेंदों में पांच रन और बनाए और उसने 17 ओवर में 4 विकेट पर 158 रन का स्कोर खड़ा किया। लेकिन डकवर्थ लुइस नियम के हिसाब से भारत को 17 ओवर में 174 रन का संशोधित लक्ष्य मिला।

भारत ने 17 ओवर में 7 विकेट पर 169 रन बनाए, यानी उसने ऑस्ट्रेलिया द्वारा बनाए गए 158 रन से ज्यादा स्कोर बनाया लेकिन डकवर्थ लुइस नियम के मुताबिक वह 4 रन से हार गया। भारत की हार के बाद से एक बार फिर से डकवर्थ लुइस नियम बेहद चर्चा में है। आइए एक नजर डालते हैं और जानते हैं कि आखिर क्या है डकवर्थ लुइस नियम और इसे कब किया जाता है लागू।

क्या है डकवर्थ लुइस नियम और कैसे हुई इसकी शुरुआत?

इस नियम की आवश्यकता 1992 के वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड के बीच खेले गए एक सेमीफाइनल मैच से शुरू हुई थी। उस मैच में जब दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए 13 गेंदों में 22 रन की जरूरत थी तभी बारिश आ गई। इसके बाद उस समय के नियमों के मुताबिक दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए एक गेंद में 22 रन बनाने का लक्ष्य मिला, जिसे हासिल करना असंभव था और दक्षिण अफ्रीका इस मैच में हार गया। इसके बाद बारिश से प्रभावित मैचों के लिए एक नए नियम की आवश्यकता महसूस हुई।

डकवर्थ लुइस (D/L) नियम का इजाद ब्रिटेन के दो सांख्यिकीविदों फ्रैंक डकवर्थ और टोनी लुइस ने किया था। डकवर्थ लुइस नियम का इंटरनेशनल क्रिकेट में पहली बार इस्तेमाल 1 जनवरी 1997 को जिम्ब्बावे और इंग्लैंड के बीच खेले गए मैच के दौरान किया गया था, जिसमें जिम्बाब्वे 7 रन से विजेता रहा था। 

हालांकि आईसीसी ने इसे बारिश से प्रभावित वनडे मैचों में लक्ष्य के निर्धारण की गणना करने की मानक विधि के रूप में 1999 में अपनाया। नवंबर 2014 में दोनों प्रोफेसर डकवर्थ और लुइस के रिटायरमेंट के बाद से इस नियम के संरक्षक प्रोफेसर स्टीवन स्टर्न  हैं और इसीलिए अब इसे DLS नियम के नाम से जाना जाता है।  

Shikhar Dhawan

कैसे की जाती है डकवर्थ लुइस नियम की गणना

डकवर्थ लुइस नियम की गणना में दो बातों का ध्यान रखा जाता है।

-पहला बचे हुए ओवर 

-दूसरा बचे हुए विकेट 

यही दोनों संसाधन किसी भी मैच में किसी भी टीम के स्कोर को निर्धारित करने में सबसे अहम भूमिका निभाती हैं। डकवर्थ लुइस नियम में बचे हुए ओवरों और बचे हुए विकेटों के आधार पर एक गणना तालिका तैयार की है।

 

Duckworth lewis calculator

-इसके मुताबिक अगर किसी वनडे मैच में किसी टीम को 50 ओवर खेलने हैं और उसके सभी विकेट बाकी हैं तो माना जाता है उस टीम के पास उपयोग के लिए 100 फीसदी साधन बाकी हैं। लेकिन मैच बढ़ने के साथ ओवर घटने और विकेट गिरने के साथ ही साधन का प्रतिशत बदलने लगता है। 

-मान लीजिए पहले बैटिंग कर रही किसी टीम ने 20 ओवर ही खेले हैं और उसके 2 विकेट गिरे हैं, तब उसके साधन का प्रतिशत होगा 67.3, मान लीजिए तभी बारिश आ जाती है और 10 ओवर का खेल बर्बाद हो जाता है। यानी अब टीम के पास बाकी बचे ओवर हैं 20 और उसने 2 ही विकेट खोए हैं तो उसके पास साधन का प्रतिशत है-52.4

-अब बारिश की वजह से उस टीम को हुए साधन के नुकसान का प्रतिशत निकालने के लिए डकवर्थ लुइस नियम का सहारा लेना पड़ेगा। जब बारिश आई तो उसके पास साधन का प्रतिशत था 67.3 और फिर दोबार मैच शुरू होने पर साधन का प्रतिशत बचा था 52.4, यानी बारिश की वजह उस टीम को 67.3-52.4 फीसदी =14.9 फीसदी साधन का नुकसान हुआ।

-मैच शुरू होने पर टीम के पास साधन का प्रतिशत था 100 और उसे बारिश की वजह से 14.9 फीसदी साधन का नुकसान हुआ, यानी उसे 100-14.9=85.1 फीसदी साधन का नुकसान हुआ। इसका मतलब है कि पहले खेल रही टीम को नुकसान हुआ, इसलिए दूसरी टीम का लक्ष्य बढ़ाया जाएगा।

-इसी तरह अगर बाद में बैटिंग कर रही टीम की पारी के दौरान बारिश आती है तो उसे साधन का नुकसान होगा। इसका मतलब है कि उसे मिला लक्ष्य नुकसान के अनुपात में घटाया जाएगा।

-इसी तरह अगर बारिश की वजह से पहले बैटिंग करने वाली टीम को साधन का नुकसान होता है तो बाद में बैटिंग करने वाली टीम के लिए लक्ष्य पहली टीम को हुए साधन के नुकसान के अनुपात में बढ़ाया जाता है।

पहले टी20 में भारत को क्यों मिला 16 रन ज्यादा लक्ष्य

यही वजह है कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ब्रिस्बेन में खेले गए पहले टी20 मैच के दौरान भारत को ऑस्ट्रेलिया द्वारा बनाए गए 158 रन के बजाय 16 रन ज्यादा 174 रन का लक्ष्य मिला और डकवर्थ लुइस नियम के हिसाब से भारत ये मैच 4 रन से हार गया। इस मैच में ऑस्ट्रेलियाई टीम को बारिश की वजह से साधन का ज्यादा नुकसान हुआ और डकवर्थ लुइस की गणना तालिका के अनुसार इसी वजह से भारत को 16 रन ज्यादा का संशोधित लक्ष्य दिया गया।     

-मान लीजिए ऑस्ट्रेलिया ने पहले बैटिंग करते हुए 4 विकेट पर 158 रन बनाए। बारिश की वजह से ऑस्ट्रेलियाई टीम को पूरे 20 ओवर न खेलने से हुए साधन के नुकसान का प्रतिशत डकवर्थ लुइस नियम की तालिका से निकाला जाएगा। 

अब भारत को जीत के लक्ष्य के रूप में 17 ओवर ही मिले, तो ऐसी स्थिति में उसे 100 फीसदी साधन भले ही न मिलें लेकिन उसके सभी 10 विकेट सुरक्षित होने की स्थिति में उसके साधन का प्रतिशत ऑस्ट्रेलिया से ज्यादा होगा। अब दोनों टीमों को बराबर साधन मिले, इसके लिए पहली टीम को मिले कुल (100 फीसदी प्रतिशत-नुकसान हुए प्रतिशत) साधन के प्रतिशत और दूसरी टीम को मिले कुल साधन के अंतर के बराबर रन लक्ष्य में और जोड़ दिए जाएंगे। 

यही वजह है कि ऑस्ट्रेलिया द्वारा 17 ओवर में 4 विकेट पर 158 रन बनाने के बावजूद भारत को इतने ही ओवरों में जीत के लिए 174 रन का संशोधित लक्ष्य मिला।

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