Highlightsतुम्हारी भावना ने मुझे छू लिया और आज तक उसे भूल नहीं पाया हूं।धागा नहीं है लेकिन मेरी प्रशंसा और शुभकामनायें तुम्हारे साथ हैं।विरासत असंख्य युवा क्रिकेटरों को खेल को चुनने के लिये प्रेरित करना रही है।
Virat Kohli Test career: सचिन तेंदुलकर जब टेस्ट क्रिकेट से विदा ले रहे थे तब विराट कोहली को उनका वारिस माना जा रहा था और सोमवार को जब कोहली ने इस प्रारूप को अलविदा कहा तो ‘मास्टर ब्लास्टर’ ने उनके बीच एक धागे के बंधन को याद किया। बारह साल पहले तेंदुलकर मुंबई में अपना आखिरी टेस्ट खेल रहे थे, जब 24 वर्ष के कोहली अपने आदर्श क्रिकेटर के पास आये। कोहली ने उस समय टेस्ट कैरियर में शुरूआती कदम ही रखे थे। तेंदुलकर ने कोहली के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास के बाद एक्स पर पोस्ट में लिखा ,‘तुमने मुझे तुम्हारे दिवंगत पिता से मिला धागा तोहफे में दिया था।
यह मेरे लिये काफी निजी चीज थी लेकिन तुम्हारी भावना ने मुझे छू लिया और आज तक उसे भूल नहीं पाया हूं।’ उन्होंने कहा ,‘मेरे पास बदले में देने के लिये धागा नहीं है लेकिन मेरी प्रशंसा और शुभकामनायें तुम्हारे साथ हैं। तुम्हारी असल विरासत असंख्य युवा क्रिकेटरों को खेल को चुनने के लिये प्रेरित करना रही है।’
कोहली के पिता का उस समय निधन हो गया था जब उनकी उम्र बहुत कम थी। तेंदुलकर के प्रति कोहली का सम्मान किसी से छिपा नहीं है। उन्होंने 2011 विश्व कप में खिताबी जीत के बाद मैदान का चक्कर लगाते समय उन्हें कंधे पर बिठाया था।
इसके बाद उन्होंने कहा था,‘सचिन तेंदुलकर ने 21 साल तक पूरे देश की अपेक्षाओं का बोझ उठाया और अब हमारी बारी है कि उन्हें कंधे पर बिठायें।’ तेंदुलकर ने कोहली की तारीफ करते हुए लिखा ,‘क्या शानदार टेस्ट करियर रहा। तुमने भारतीय क्रिकेट को रन से भी ज्यादा बहुत कुछ दिया। तुमने जुनूनी प्रशंसकों और खिलाड़ियों की एक नयी पीढ़ी दी। बधाई।’