विराट कोहली ने बढ़ाया इसरो के वैज्ञानिकों का हौसला, बोले- विज्ञान में असफलता जैसा कुछ नहीं होता

‘विक्रम’ ने ‘रफ ब्रेकिंग’ और ‘फाइन ब्रेकिंग’ चरणों को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया, लेकिन ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ से पहले इसका संपर्क धरती पर मौजूद स्टेशन से टूट गया।

By राजेन्द्र सिंह गुसाईं | Published: September 7, 2019 01:38 PM2019-09-07T13:38:15+5:302019-09-07T13:45:25+5:30

Virat Kohli saluted the spirit of the scientists who had worked tirelessly for Chandrayaan-2 | विराट कोहली ने बढ़ाया इसरो के वैज्ञानिकों का हौसला, बोले- विज्ञान में असफलता जैसा कुछ नहीं होता

विराट कोहली ने बढ़ाया इसरो के वैज्ञानिकों का हौसला, बोले- विज्ञान में असफलता जैसा कुछ नहीं होता

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Highlights‘चंद्रयान-2’ के लैंडर का चांद पर उतरते समय जमीनी स्टेशन से संपर्क टूटा।विराट कोहली ने इसरो के वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाया।पीएम मोदी ने वैज्ञानिकों से की हौसला रखने की बात।

‘चंद्रयान-2’ के लैंडर ‘विक्रम’ का चांद पर उतरते समय जमीनी स्टेशन से संपर्क टूट गया। सपंर्क तब टूटा जब लैंडर चांद की सतह से 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर था। लैंडर को रात लगभग एक बजकर 38 मिनट पर चांद की सतह पर लाने की प्रक्रिया शुरू की गई, लेकिन चांद पर नीचे की तरफ आते समय 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर जमीनी स्टेशन से इसका संपर्क टूट गया।

‘विक्रम’ ने ‘रफ ब्रेकिंग’ और ‘फाइन ब्रेकिंग’ चरणों को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया, लेकिन ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ से पहले इसका संपर्क धरती पर मौजूद स्टेशन से टूट गया।

टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने इसरो के वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाते हुए एक ट्वीट किया है। कोहली ने लिखा, "विज्ञान में असफलता जैसा कुछ नहीं है, हम प्रयोग करते हैं और हम हासिल करते हैं। इसरो में वैज्ञानिकों के लिए व्यापक सम्मान, जिन्होंने दिन और रात लगातार काम किया। देश को आप पर गर्व है।"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लैंडर का संपर्क टूट जाने के बाद इसरो के वैज्ञानिकों से कहा, ‘‘देश को आप पर गर्व है। सर्वश्रेष्ठ के लिए उम्मीद करें। हौसला रखें।’’

पीएम मोदी जब बेंगलुरु के स्पेस सेंटर से बाहर निकल रहे थे तो इसरो अध्यक्ष के सिवन को उन्होंने गले लगा लिया और इस दौरान काफी भावुक हो गए। पीएम मोदी ने इसरो अध्यक्ष को काफी समय तक गले लगाए रखा और उनका हौसला बढ़ाया।

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