Highlightsटीम इंडिया के कोच रवि शास्त्री और सपोर्टिग स्टाफ का कार्यकाल वर्ल्ड कप के बाद खत्म हो गया था।हालांकि बीसीसीआई ने कोच और सपोर्टिंग स्टाफ के कार्यकाल को 45 दिन का विस्तार दिया है।सीओए ने टीम इंडिया के कोच और अन्य सपोर्टिग स्टाफ के लिए आवेदन मांगे हैं।
आईसीसी वर्ल्ड कप में भारतीय टीम का सफर खत्म होने के साथ ही कोच रवि शास्त्री और सपोर्टिग स्टाफ का कार्यकाल खत्म हो गया था, लेकिन बीसीसीआई ने इनके कार्यकाल को 45 दिन का विस्तार दिया। अब ये भारत के वेस्टइंडीज दौर तक टीम के साथ रहेंगे। इस दौरान बीसीसीआई का कामकाज देखने वाली प्रशासकों की समिति (सीओए) ने टीम इंडिया के कोच और अन्य सपोर्टिग स्टाफ के लिए आवेदन मांगे हैं।
हालांकि इस बीच बीसीसीआई के अधिकारियों का मानना है कि टीम इंडिया के हेड कोच रवि शास्त्री को उनके पद से हटाना टीम के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। रवि शास्त्री और कप्तान विराट कोहली एक-दूसरे के पूरक हैं। रवि शास्त्री कोच पद पर बने रहें ताकि कप्तान विराट कोहली को आगे बढ़ने में मदद मिले।
आईएएनएस से बात करते हुए बीसीसीआई के एक सीनियर अधिकारी ने कहा, 'मुख्य कोच को बदलना उस समीकरण को बिगाड़ने वाला साबित हो सकता है जो मौजूदा खिलाड़ियों को बाहर निकालने के लिए मानसिक स्थान की अनुमति देता है। अगर इस समय बदलाव किया जाता है तो यह अगले पांच वर्षों के लिए रणनीति और योजना का बदलाव होगा।'
अधिकार ने कहा, 'टीम इंडिया के इस बदलाव के दौर में कोच रवि शास्त्री और विराट कोहली का अपने पद पर बने रहना महत्वपूर्ण था, क्योंकि टीम 2020 के टी-20 विश्व कप को देखते हुए युवाओं को मौका देना चाहती है। इस सफल टीम के आधा हिस्से को बदलना सही नहीं होगा।'
बता दें कि सीओए ने टीम इंडिया के हेड कोच और सपोर्टिंग स्टाफ के लिए आवेदन मांगा है। इस बीच टीम इंडिया के हेड कोच के लिए कई नाम सामने आ रहे हैं, जिन्होंने आवेदन किया है। हालांकि मौजूदा कोच रवि शास्त्री और उनके सपोर्टिंग स्टाफ को आवेदन करने की जरूरत नहीं पड़ेगी और उनको सीधे इंटरव्यू में प्रवेश मिलेगा।