नई दिल्ली: टीम इंडिया के स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को रमजान के पवित्र महीने में 'रोजा न रखने' के लिए एक मुस्लिम मौलवी ने निशाना बनाया है। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन बरेलवी ने कहा कि शमी ने रोजा न रखकर सबसे बड़ा गुनाह किया है। मुस्लिम मौलवी ने कहा, "इस्लाम ने रोजा रखना अनिवार्य बताया है और यह सभी समझदार और परिपक्व मुसलमानों के लिए फर्ज है। अगर कोई जानबूझकर रोजा नहीं रखता है, तो यह शरियत में सबसे बड़ा गुनाह है। इसी तरह मोहम्मद शमी ने भी रोजा नहीं रखा, जबकि यह उनका धार्मिक कर्तव्य था।"
उन्होंने कहा, "रोजा न रखकर उन्होंने सबसे बड़ा गुनाह किया है। उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए। शरीयत की नजर में वे मुजरिम हैं। धार्मिक दृष्टि से वे दोषी हैं और उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था। मैं उन्हें हिदायत देता हूं और याद दिलाता हूं कि वे इस्लाम के दायित्वों का सख्ती से पालन करें।"
दरअसल, भारत-ऑस्ट्रेलिया के चैंपियंस ट्रॉफी 2025 सेमीफाइनल मैच के दौरान शमी को जूस पीते हुए एक क्लिप वायरल हुआ। नेटिज़ेंस देश को धर्म से ऊपर रखने के लिए उनकी प्रशंसा कर रहे हैं। भारत में रमजान का पवित्र महीना 2 मार्च से शुरू हो गया है, क्योंकि शनिवार को चांद दिखाई दिया। रमजान दान या जकात का महीना भी है, जो इस्लाम का तीसरा स्तंभ है।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में शमी:
चैंपियंस ट्रॉफी सेमीफाइनल में शमी ने भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की पारी के अहम मोड़ पर विकेट लेकर साझेदारी तोड़ी। शमी ने 48 रन देकर तीन विकेट लिए। गौरतलब है कि भारत को 9 मार्च को दुबई में चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में न्यूजीलैंड से खेलना है।