वेंकटेश प्रसाद ने किया 1996 वर्ल्ड कप में आमिर सोहेल से हुई भिड़ंत को याद, कहा, 'मेरा खून वाकई खौल रहा था'

Venkatesh Prasad, Aamer Sohail:वेंकटेश प्रसाद ने 1996 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के साथ मैच के दौरान आमिर सोहेल के साथ हुई भिड़ंत को याद किया

By अभिषेक पाण्डेय | Updated: June 13, 2020 13:31 IST

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ठळक मुद्दे1996 वर्ल्ड कप क्वॉर्टर फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को 39 रन से दी थी मातभारत-पाक मैच के दौरान आमिर सोहेल और वेंटकेश प्रसाद के बीच जोरदार भिड़ंत हुई थी

भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट के मैदान पर प्रतिद्वंद्विता हमेशा से ही चर्चा में रही है। इन दोनों टीमों के बीच कई यादगार मुकाबले खेले जा चुके हैं। ऐसी ही एक भिड़ंत 1996 के वर्ल्ड कप के दौरान हुई थी। इस मैच में पाकिस्तानी ओपनर आमिर सोहेल और भारतीय तेज गेंदबाज के बीच हुई कहासुनी फैंस के जेहन में अब भी ताजा हैं।

वेंकटेश प्रसाद ने अब सोहेल के साथ हुई जोरदार बहस से जुड़ी यादें साझा करते हुए कहा कि उस समय उनका खून उबल रहा था। 

वेंकटेश प्रसाद और आमिर सोहेल के बीच हुई थी 1996 वर्ल्ड कप में तीखी बहस

बैंगलोर के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में 1996 वर्ल्ड कप के मैच में हुई भिड़ंत में भारत ने नवजोत सिंह सिद्धू के 93 और अजय जडेजा की तूफानी पारी की मदद से पाकिस्तान के सामने जीत के लिए 288 रन का लक्ष्य रखा था। पाकिस्तान की टीम ने आमिर सोहेल (55) और सईद अनवर (48) के बीच पहले विकेट के लिए हुई 84 रन की साझेदारी की मदद से मजूबत स्थिति में थी।

अनवर के आउट होने के थोड़ी देर बाद सोहेल और वेंकटेश प्रसाद के बीच तीखी बहस हुई थी। दरअसल, प्रसाद की एक गेंद पर सोहेल ने आगे बढ़कर चौका जड़ दिया। सोहेल ने इसके बाद प्रसाद की तरफ ऐसे इशारा करते हुए उनसे ऐसा कुछ कहा, जो गेंदबाज को बिल्कुल पंसद नहीं आया। संयोग से अगली गेंद पर प्रसाद ने सोहेल को बोल्ड कर दिया और उन्होंने भी पविलियन लौटते हुए सोहल को पविलियन जाने का इशारा करते हुए जवाब दिया।   

मेरा खून खौल रहा था: सोहेल से हुई भिड़ंत पर वेंकटेश प्रसाद

टाइम्स नाउ की रिपोर्ट के मुताबिक, सोहेल के साथ भिड़ंत की घटना को याद करते हुए वेंटकेश प्रसाद ने फैनकोड पर कहा, 'उन्हें शायद उसे पाने (चौका) के बाद अपनी क्रीज में लौट जाना चाहिए, लेकिन उस समय कुछ कहासुनी हुई थी और उन्होंने कुछ ऐसा इशारा किया जो मुझे पसंद नहीं आया। पूरा देश और दर्शक जो मैच देख रहे थे और मुझे भी। मेरा खून वाकई उबल रहा था और हमें एक विकेट की जरूरत थी।

प्रसाद ने कहा, 'उस तरह के इशारे के लिए मुझ पर जुर्माना लग सकता था क्योंकि आईसीसी आचार संहिता 96 वर्ल्ड कप के दौरान ही अस्तित्व में आई थी। इसलिए मुझे बेहद सावधान रहना था। उस समय शेफर्ड अंपायर थे, इसलिए अजहर, श्रीनाथ और सचिन सब मेरे बचाव में आए, मुझ पर जुर्माना लग सकता था या बैन भी लग सकता था।' 

वेंकटेश प्रसाद के तीन विकेटों की मदद से भारत ने पाकिस्तान को 49 ओवर में 248/9 के स्कोर पर रोकते हुए मैच 39 रन से जीतते हुए सेमीफाइनल में जगह बना ली, जहां उसे श्रीलंका से शिकस्त मिली।

पाकिस्तान की टीम आज तक टीम इंडिया को कभी वर्ल्ड कप (टी20, वनडे) में हरा नहीं पाई है, हालांकि चैंपियंस ट्रॉफी में हुई भिड़ंत में वह भारत से 3-2 से आगे हैं।

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