SL vs India, 2nd ODI: आईसीसी टी20 विश्व चैंपियन टीम भारत ने श्रीलंका को 3-0 से सूपड़ा साफ किया लेकिन एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में संघर्ष कर रही है। तीन मैचों की सीरीज में टीम इंडिया 1-0 से पीछे है और अंतिम मुकाबला 7 अगस्त को खेला जाएगा। पहला मैच टाई हो गया था। पहले और दूसरे वनडे में भारतीय मीडिल क्रम फेल हो गया। कोच गौतम गंभीर के सामने कई चुनौती है। टीम को 2027 विश्व कप के लिए तैयार कर रहे हैं। आपको एक रोचक जानकारी दे रहा हूं। दोनों मैच में 5-5 खिलाड़ी एलबीडब्ल्यू हुए और 9-9 खिलाड़ी फिरकी में फंस गए हैं।
SL vs India, 2nd ODI: भारत के विरुद्ध किसी स्पिनर द्वारा सर्वश्रेष्ठ आंकड़े (वनडे)-
1. 7/30- एम मुरलीधरन, शारजाह, 2000
2. 6/13- ए मेंडिस, कराची, 2008
3. 6/33- जे वांडरसे, कोलंबो आरपीएस, 2024
4. 6/41- वी रिचर्ड्स, दिल्ली, 1989
5. 6/54- ए धनंजय, पल्लेकेले, 2017
एशिया महादेश में तीसरी बार 5 भारतीय खिलाड़ी एलबीडब्ल्यू आउट हुए। श्रीलंका के दो और बांग्लादेश के खिलाफ एक बार ऐसा हो गया है। श्रीलंका के लेग स्पिनर जेफ्रे वांडरसे ने कमाल की बॉलिंग की और 10 ओवर में 33 रन देकर 6 विकेट लिए। वांडरसे को प्लेयर ऑफ द मैच दिया गया। भारतीय खिलाड़ी रन के लिए तरस गए। कप्तान रोहित शर्मा की 64 रन की पारी बेकार गई।
SL vs India, 2nd ODI: एकदिवसीय पारी में भारतीय खिलाड़ी एलबीडब्ल्यू आउट-
1. 5 बनाम बांग्लादेश, मीरपुर, 2014
2. 5 बनाम श्रीलंका, कोलंबो आरपीएस, 2024 (पहला वनडे)
3. 5 बनाम श्रीलंका, कोलंबो आरपीएस, 2024 (दूसरा वनडे)।
हार से भारत का श्रीलंका के खिलाफ वनडे में लगातार 11 द्विपक्षीय सीरीज (2+ मैच) जीतने का क्रम समाप्त हो गया। आखिरी बार भारत दिसंबर 1997 में श्रीलंका के खिलाफ द्विपक्षीय मुकाबला जीतने में असफल रहा था। हैमस्ट्रिंग की चोट के कारण वानिंदु हसरंगा के बाहर होने के बाद वांडरसे को 11 घंटे पहले ही टीम में शामिल किया गया था।
SL vs India, 2nd ODI: वनडे मैच में भारतीय खिलाड़ी फिरकी में फंसे-
1. 10 बनाम श्रीलंका, कोलंबो आरपीएस, 2023
2. 9 बनाम श्रीलंका, कोलंबो आरपीएस, 1997
3. 9 बनाम श्रीलंका, कोलंबो आरपीएस, 2024 (पहला वनडे)
4. 9 बनाम श्रीलंका, कोलंबो आरपीएस, 2024 (दूसरा वनडे)।
वाशिंगटन सुंदर की अगुआई में भारतीय स्पिनरों के शानदार प्रदर्शन से श्रीलंकाई टीम संघर्ष करती दिखी लेकिन निचले क्रम के बल्लेबाजों की बदौलत नौ विकेट पर 240 रन का स्कोर खड़ा करने में सफल रही। स्पिनरों के मुफीद इस पिच पर भारत के लिए यह लक्ष्य पहाड़ सा बन गया और पूरी टीम 42.2 ओवर में 208 रन पर सिमट गई।
कप्तान चरिथ असालंका ने 20 रन देकर तीन विकेट झटके
वांडरसे ने 33 रन देकर छह विकेट और कप्तान चरिथ असालंका ने 20 रन देकर तीन विकेट झटके। रोहित (44 गेंद, पांच चौके, चार छक्के) जब क्रीज पर थे तो नतीजा भारत के पक्ष में होता दिख रहा था। उन्होंने और शुभमन गिल (35 रन, 44 गेंद) पहले विकेट के लिए महज 13.3 ओवर में 97 रन की भागीदारी निभा ली थी।
रोहित ने इस दौरान स्पिनर दुनिथ वेलालागे और अकिला धनंजय तथा तेज गेंदबाज असिथा फर्नांडो पर मैदान के चारों ओर शॉट लगाये। लेकिन वांडरसे की गेंद को रिवर्स स्वीप करने के प्रयास में पाथुम निसांका को कैच देकर आउट हो गये जिससे भारतीय बल्लेबाजी इकाई मुश्किल में आ गई। जल्द ही यह स्कोर 17.1 ओवर में दो विकेट पर 116 रन हो गया और फिर चार गेंद बाद 116 रन पर तीन विकेट हो गया।
शिवम दुबे आते ही चलते बने
भारतीय टीम ने 10 ओवर में 50 रन के अंदर छह विकेट गंवा दिये और दिलचस्प बात है कि ये सभी विकेट वांडरसे ने झटके जिन्हें चोटिल वानिंदु हसारंगा की जगह मैच में उतारा गया था। वांडरसे ने रोहित के बाद गिल को पवेलियन भेजा जो पहली स्लिप में कामिंदु मेंडिस को कैच दे बैठे। शिवम दुबे आते ही चलते बने।
विराट कोहली के 14 रन पर सस्ते में आउट होने के बाद जिम्मेदारी श्रेयस अय्यर और अक्षर पटेल पर थी। पर वांडरसे ने दुबे के बाद कोहली और श्रेयस को भी पगबाधा आउट किया। केएल राहुल महज दो गेंद ही खेल सके और वांडरसे की गेंद पर बोल्ड हो गये। अक्षर पटेल (44 रन, 44 गेंद) ने दबाव कम करने के लिए असालंका पर एक छक्का और दो चौके से 14 रन जुटाये।
स्कोर सात विकेट पर 187 रन था
उन्होंने वाशिंगटन सुंदर के साथ सातवें विकेट के लिए 38 रन की साझेदारी की। अक्षर ने अकिला धनंजय पर भी एक छक्का जमाया। लेकिन असालंका ने अपनी ही गेंद पर अक्षर का कैच लपककर भारतीय टीम की उम्मीद तोड़ दी। इस समय स्कोर सात विकेट पर 187 रन था। इसके बाद बाकी औपचारिकता रह गई थी।
इससे पहले सुंदर ने 10 ओवर में एक मेडन से 30 रन देकर तीन विकेट झटके। कुलदीप यादव ने 10 ओवर में 33 रन देकर दो विकेट चटकाये। इन दोनों ने पिच से मिल रही मदद का पूरा फायदा उठाया। टॉस जीत कर बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंका के लिए अविष्का फर्नांडो ने 40 रन, कामिंदु मेंडिस ने 40 रन, दुनिथ वेलालागे ने 39 और कुसल मेंडिस ने 30 रन का योगदान दिया।
श्रीलंका को पहला झटका तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने दिया
श्रीलंकाई टीम छह विकेट पर 136 रन बनाकर जूझ रही थी लेकिन पिछले मैच में अर्धशतक जड़ने वाले वेलालागे और कामिंदु मेंडिस के बीच सातवें विकेट के लिए 72 रन की साझेदारी से इस स्कोर तक पहुंची। हालांकि श्रीलंका को पहला झटका तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने दिया जिन्होंने बेहतरीन इनस्विंगर से फॉर्म में चल रहे पाथुम निसांका को विकेट के पीछे केएल राहुल के हाथों कैच आउट कराया।
फिर अविष्का फर्नांडो (62 गेंद, पांच चौके) और कुसल मेंडिस (42 गेंद, तीन चौके) ने नयी गेंद पर दूसरे विकेट के लिए 74 रन की भागीदारी निभाई। लेकिन जब दोनों ओर से स्पिनरों ने गेंदबाजी शुरू की तो रन गति धीमी होने लगी। फिर ये दोनों सुंदर का शिकार बने। सदीरा समरविक्रमा इसके बाद अक्षर पटेल (38 रन देकर एक विकेट) की गेंद पर विराट कोहली को कैच दे बैठे।
अक्षर और सिराज पर एक एक छक्का जड़ा
चरिथ असालंका ने स्पिनरों का डटकर सामना किया लेकिन बायें हाथ का यह बल्लेबाज सुंदर की गेंद पर सर्कल के अंदर अक्षर पटेल को आसान कैच दे बैठा, इससे लंका का स्कोर छह विकेट पर 136 रन हो गया। एक बार फिर युवा वेलालागे ने संयम से खेलते हुए अक्षर और सिराज पर एक एक छक्का जड़ा।
उन्हें कामिंदु के रूप से एक अच्छा जोड़ीदार मिला जिन्हें नौ रन के स्कोर कुलदीप की गेंद पर शिवम दुबे ने जीवनदान दिया था। कुलदीप ने वेलालागे को आउट किया लेकिन कामिंदु ने कुछ बेहतरीन शॉट खेले जिससे श्रीलंकाई टीम पहले वनडे से बेहतर स्कोर बनाने में सफल रही। पहला वनडे टाई रहा था। अंतिम पांच ओवरों में भारतीय गेंदबाजों के प्रयास संतोषजनक नहीं रहे, श्रीलंका ने महत्वपूर्ण 44 रन जोड़े।