नई दिल्ली, 12 सितंबर: भारत के खिलाफ पांचवें टेस्ट के आखिरी दिन जिस तरह इंग्लैंड के आदिल राशिद ने केएल राहुल को बोल्ड किया, उससे एक बार फिर शेन वॉर्न के उस 'बॉल ऑफ द सेंचुरी' की चर्चा छिड़ गई है जिसे ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ने 1993 में फेंका था। इंग्लैंड के खिलाफ ओवल टेस्ट में केएल राहुल और ऋषभ पंत ने शतकीय पारी खेली और इसके बावजूद टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा।
इसमें अहम भूमिका आदिल राशिद की भी रही जिन्होंने राहुल और फिर पंत को आउट किया। इसमें सबसे दिलचस्प विकेट राहुल का रहा जो राशिद की घूमती गेंद पर अपना ऑफ स्टंप नहीं बचा सके। राशिद की इस गेंद की तुलना वॉर्न से हो रही है। देखिए, कैसे बोल्ड हुए राहुल..
शेन वॉर्न ने जब किया था दुनिया को दंग
ये बात 1993 की है। एशेज सीरीज का पहला टेस्ट इंग्लैंड के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर खेला जा रहा था। ऑस्ट्रेलिया पहली पारी मे 289 पर सिमट गया था और अब इंग्लैंड की बारी थी। इंग्लैंज की ओर से कप्तान ग्राहम गूच और माइक एथर्टन बैटिंग के लिए उतरे। दोनों ने पहले विकेट के लिए 71 रन जोड़े। एथर्टन 19 रन बनाकर आउट हो गये। इसके बाद माइक गैटिंग बल्लेबाजी करने उतरे और आते ही उन्होंने चौका मारा।
इसके बाद गेंदबाजी के लिए शेन वॉर्न सामने आये। वॉर्न का ये पहला एशेज मैच और 12वां इंटरनेशनल टेस्ट मैच था। साथ ही इंग्लैंड की सरजमीं पर वॉर्न की ये पहली गेंद थी। वॉर्न के सामने गैटिंग खड़े थे। गैटिंग उस दौर में स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में गिने जाते थे।
बहरहाल, अभी तक सबकुछ सामान्य था जो एक क्रिकेट के मैदान पर देखने को मिलता है। लेकिन अब जो होने वाला था, वो चौंकाने वाला था। अपनी चहलकदमी करते हुए रनर-अप के साथ वॉर्न आगे बढ़े हाथों से गेंद पर रोटेशन के लिए पूरी ताकत झोंकते हुए उसे गैटिंग की ओर फेंका। गेंद लेग स्टंप के बाहर गिरी और फिर लगभग 90 डिग्री के कोण से घूमती हुई गैटिंग का ऑफ स्टंप ले उड़ी। इस गेंद को जिसने भी देखा हैरान रह गया।
वॉर्न ने बहुत बाद में इस गेंद के बार में बताया कि उन्होंने कभी सपने में नहीं सोचा था कि ऐसा होगा। वॉर्न ने साथ ही स्वीकार किया कि वैसी गेंद शायद फिर वे कभी नहीं डाल सकेंगे। बहरहाल, जहां तक मैच की बात रही तो ऑस्ट्रेलिया ने इस मैच को 179 रनों से जीता और वॉर्न ने इसमें 8 विकेट झटके। ऑस्ट्रेलिया ने ये एशेज सीरीज भी 4-1 से अपने नाम की।