जब बाघ देखने से ज्यादा लोग राहुल द्रविड़ में ले रहे थे दिलचस्पी, रॉस टेलर ने सुनाया दिलचस्प किस्सा

न्यूजीलैंड के पूर्व बल्लेबाज रॉस टेलर की आत्मकथा 'ब्लैक एंड व्हाइट' इन दिनों चर्चा में है। इसी किताब में उन्होंने पूर्व क्रिकेटर और भारतीय टीम के मौजूदा कोच राहुल द्रविड़ को लेकर एक दिलचस्प किस्सा सुनाया है।

By विनीत कुमार | Published: August 14, 2022 12:21 PM

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ठळक मुद्देरॉस टेलर ने अपनी आत्मकता ‘रॉस टेलर: ब्लैक एंड व्हाइट’ में राहुल द्रविड़ को लेकर दिलचस्प किस्सा साझा किया है।रॉस टेलर के अनुसार वे द्रविड़ के साथ 2011 में रणथंभौर नेशनल पार्क बाघों को देखने गए थे।रॉस टेलर ने लिखा है कि वहां आए पर्यटकों में बाघों की बजाय राहुल द्रविड़ को लेकर ज्यादा दिलचस्पी थी।

नई दिल्ली: न्यूजीलैंड के पूर्व बल्लेबाज रॉस टेलर ने अपनी आत्मकता ‘रॉस टेलर: ब्लैक एंड व्हाइट’ में राहुल द्रविड़ और भारत में उन्हें चाहने वालों को लेकर एक दिलचस्प किस्सा साझा किया है। साल 2011 के आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलते हुए उन्हें राहुल द्रविड़ और शेन वॉर्न के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करने का मौका मिला। इस सत्र के अनुभव का जिक्र अपनी किताब में करते हुए टेलर ने बताया है कि भारतीय खिलाड़ियों की फैन फॉलोइंग कितनी ज्यादा है और उनके लिए सार्वजनिक जगहों पर जाना कितना मुश्किल होता है।

बाघ से ज्यादा राहुल द्रविड़ में दिलचस्पी

रॉस टेलर ने अपनी आत्मकथा 'ब्लैक एंड व्हाइट' में एक वाकये का जिक्र किया है, जब वे द्रविड़ के साथ बाघों को देखने के लिए रणथंभौर नेशनल पार्क गए थे। इस दौरान वहां आए दूसरे पर्यटक बाघ को देखने के बजाय द्रविड़ में अधिक रुचि दिखा रहे थे।

टेलर ने अपनी किताब में लिखा, 'मैंने द्रविड़ से पूछाआपने कितनी बार बाघ देखा है? उन्होंने कहा, 'मैंने कभी बाघ नहीं देखा। मैं 21 बार ऐसा कर चुका हूं और एक भी बाघ नहीं देखा।' मैंने सोचा, 'क्या? 21 सफारी के बावजूद एक भी बाघ नहीं।' गंभीरता से कह रहा हूं अगर मुझे पता होता, तो मैं नहीं जाता। मैं कहता, 'नहीं, धन्यवाद, मैं डिस्कवरी चैनल देखूंगा। जेक ओरम को टीवी पर कोई बेसबॉल मैच देखना था, इसलिए वह हमारे साथ सफारी पर नहीं गया। हमारे ड्राइवर को एक सहयोगी से रेडियो कॉल आया कि उन्हें एक प्रसिद्ध, टैग किया हुआ बाघ टी -17 मिल गया है। द्रविड़ इसे सुनकर रोमांचित थे, 21 सफारी बिना टाइगर को देखने के बाद 22वीं बार में बाघ देखने वाले थे।'

टेलर ने आगे लिखा, 'हम जंगल में अन्य वाहनों के बगल में खड़े हो गए, लैंड रोवर्स से थोड़ी बड़ी एक एसयूवी का ऊपरी हिस्सा खोल दिया। बाघ एक चट्टान पर था, करीब 100 मीटर दूर। हम जंगल में एक बाघ को देखने को लेकर उत्साहित थे, लेकिन दूसरी गाड़ियों में लोगों ने तुरंत राहुल द्रविड़ की ओर अपना कैमरा घूमा दिया। वे उसे (राहुल द्रविड़) देखने के लिए उतने ही उत्साहित थे जितना कि हम बाघ को देखने के लिए। शायद दुनिया भर में लगभग 4000 बाघ हैं, लेकिन केवल एक राहुल द्रविड़ है।'

बता दें कि  38 साल के टेलर 2008 से 2010 तक रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए खेले और 2011 में राजस्थान रॉयल्स के साथ थे। उन्होंने इसके बाद दिल्ली कैपिटल्स (दिल्ली डेयरडेविल्स) और तत्कालीन पुणे वॉरियर्स इंडिया टीम का प्रतिनिधित्व किया था। टेलर की यह आत्मकथा पिछले दिनों उस समय सुर्खियों में आयी थी जब उन्होंने आरोप लगाया था कि राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व के दौरान उन्हें नस्लवाद का सामना करना पड़ा था। 

'राजस्थान रॉयल्स के मालिक ने लगाये चांटे'

टेलर ने इसी किताब में ये भी खुलासा किया है कि 2011 में किंग्स इलेवन पंजाब (अब पंजाब किंग्स) के खिलाफ मैच के दौरान शून्य पर आउट होने के बाद फ्रेंचाइजी के एक मालिक ने उन्हें थप्पड़ मारा था। 

टेसल ने लिखा है, 'हम 195 रन के लक्ष्य का पीछा कर रहे थे और मैं खाता खोले बगैर आउट हो गया था। मैच के बाद टीम, सहयोगी स्टाफ और प्रबंधन से जुड़े लोग होटल की सबसे ऊपरी मंजिल पर स्थित बार में थे। वॉर्नी (शेन वॉर्न) के साथ वहां लिज हर्ले भी थीं।’ 

उन्होंने कहा, ‘राजस्थान रॉयल्स टीम के एक मालिक ने मुझसे कहा कि रॉस, हमने आपको शून्य पर आउट होने के लिए एक मिलियन डॉलर का भुगतान नहीं किया है। उन्होंने इसके बाद तीन या चार बार चेहरे पर थप्पड़ मार दिया। वह हंस रहा था और ये तेज थप्पड़ नहीं थे लेकिन मुझे यकीन नहीं है कि यह पूरी तरह से नाटकीय था।’ टेलर ने कहा, ‘उन परिस्थितियों में मैं इसका मुद्दा नहीं बनाने वाला था, लेकिन मैं कई पेशेवर खेलों के माहौल में इसकी उम्मीद नहीं कर सकता था।'

टॅग्स :राहुल द्रविड़रॉस टेलरराजस्थान रॉयल्सIPL
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