Highlightsयुवराज सिंह ने 2007 टी20 वर्ल्ड कप में जड़े थे छह गेंदों पर लगातार छह छक्केगौतम गंभीर ने की युवराज सिंह की जर्सी नंबर 12 को रिटायर करने की अपील
टीम इंडिया के पूर्व ओपनर गौतम गंभीर ने बीसीसीआई से आग्रह किया है कि वे युवराज सिंह की 12 नबंर की जर्सी को रिटायर कर दें, जिसे पहनकर वह 19 साल इंटरनेशनल क्रिकेट खेले।
गंभीर ने टाइम्स ऑफ इंडिया के लिखे कॉलम में सितंबर महीने को अपने दिल के बेहद करीब बताते हुए कहा कि इसी महीने में भारत ने एमएस धोनी की कप्तानी में (24 सितंबर 2007 में) अपना पहला टी20 वर्ल्ड कप जीता था।
गंभीर ने की युवराज की 2007 टी20 वर्ल्ड कप के प्रदर्शन की तारीफ
फाइनल में 54 गेंदों में 75 रन की पारी के साथ टॉप स्कोरर रहे गंभीर ने इस टूर्नामेंट के दौरान युवराज सिंह के प्रदर्शन की जमकर तारीफ की, जिसमें उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ छह गेंदों में छह छक्के जड़ते हुए टी20 क्रिकेट का सबसे तेज अर्धशतक बनाया था, जो रिकॉर्ड अब भी कायम है।
उस टी20 वर्ल्ड कप में युवराज ने पांच पारियों में 197.73 के स्ट्राइक रेट से 148 रन बनाते हुए भारत की खिताबी जीत में अहम योगदान दिया था।
'युवराज के सम्मान में बीसीसीआई को जर्सी नंबर 12 कर देनी चाहिए रिटायर'
गंभीर ने अपने कॉलम में लिखा है, 'सितंबर महीने से मेरी विशेष भावनाएं जुड़ी हैं।'
'इसी महीने में 2007 में अपने आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप जीता था। अविश्वसीय युवराज सिंह अपनी जबर्दस्त फॉर्म में थे। उस टूर्नामेंट और 2011 वर्ल्ड कप में प्रदर्शन के लिए मैं बीसीसीआई से निवेदन करूंगा कि वह 12 नंबर की जर्सी रिटार कर दें, जिसे पहनकर वह खेले। ये जीवनकाल में एक बार पैदा होने वाले क्रिकेटर को उचित श्रद्धांजलि होगी।'
गंभीर ने युवराज से पूछा था छह छक्के लगाने का राज
गंभीर उस टूर्नामेंट में खुद तीन अर्धशतकों की मदद से 227 रन बनाते हुए दूसरे टॉप स्कोरर रहे थे। गंभीर ने कहा, 'कुल मिलाकर हमारी जीत ने इस बात को साबित किया कि चीजों को 'सरल रखना' कैसे काम करता। शायद ये पहला टी20 वर्ल्ड कप खेलना हमारे लिए काम कर गया।'
गंभीर ने कहा, हम नहीं जानते थे कि क्या होना वाला है। इसलिए, भविष्य के बारे में चिंतित होने के बजाय हमने अगली गेंद पर ध्यान दिया। मुझे याद है कि मैंने अपने प्रिय मित्र युवराज से इंग्लैंड के खिलाफ उन छह छक्कों को लगाने का राज पूछा था-मैं उन्हें प्यार से प्रिंस बुलाता हूं-ने कहा, 'गौती यार बस हो गया, मैंने कभी योजना नहीं बनाई थी। जो युवराज कह रहे हैं कि उन्होंने इसे सरल रखा। उन्होंने बेहद स्पष्ट दिमाग से बैटिंग की।'