बीसीसीआई ने गुरुवार को विंडीज के खिलाफ आखिरी तीन वनडे के लिए भारतीय टीम की घोषणा कर दी। 15 सदस्यीय टीम में भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह की वापसी हुई, लेकिन एक बार फिर फिट हो चुके केदार जाधव को टीम में शामिल नहीं किया गया। टीम से बाहर रखे जाने के बाद केदार जाधव ने कहा कि उनको टीम में क्यों नहीं शामिल किया गया, इस बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है।
केदार जाधव के इस बयान के बाद मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने चयन समिति का बचाव करते हुए कहा कि जाधव को वापसी के लिए अधिक घरेलू मैचों में खेलना होगा। उन्होंने कहा कि केदार जाधव को उनकी फिटनेस हिस्ट्री को देखते हुए टीम में नहीं चुना गया। इससे पहले भी कई बार उन्होंने फिट होकर वापसी की, लेकिन फिर चोटिल हो गए। जैसे कि पिछले महीने एशिया कप में हुआ।
एमएसके प्रसाद ने कहा, 'हम सोच रहे थे कि अगर भारत ए जीत दर्ज करने में सफल रहता है तो केदार को एक अन्य मैच खेलने के लिए मिलेगा, जिससे उनकी फिटनेस की सही पहचान हो पाएगी। हम उन्हें चौथे वनडे से पहले (भारतीय टीम में) एक अतिरिक्त खिलाड़ी के रूप में शामिल कर सकते थे।' उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को समझना चाहिए कि टीम का चयन करते समय हम एक प्रक्रिया का अनुसरण करते हैं।
बता दें कि जाधव से जब यह पूछा गया कि वेस्टइंडीज के खिलाफ बाकी बचे तीन मैचों में उनके चयन को लेकर किसी तरह की जानकारी दी गई तो उन्होंने कहा, 'मुझे इसकी जानकारी नहीं है।' पुणे के इस 33 साल के खिलाड़ी ने कहा, 'देखते हैं क्या होता है। मुझे यह बताने वाले आप पहले व्यक्ति हैं। मुझे यह देखने कि जरूरत है कि उन्होंने मुझे क्यों नहीं चुना। मैं टीम में नहीं था इसलिए मुझे नहीं पता कि क्या योजना है। संभवत: मैं रणजी ट्रॉफी में खेलूंगा।'
खिलाड़ियों के साथ संवादहीनता के लिए चयनकर्ताओं को पिछले कुछ समय में आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है और जाधव के मामले ने एक बार फिर इस बहस को छेड़ दिया है। करुण नायर और मुरली विजय ने कहा था कि टेस्ट टीम से बाहर किए जाने से पहले चयनकर्ताओं ने उनसे बात नहीं की। इस दावे को हालांकि मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने खारिज किया था।