रिफ्यूजी कैंप में बीता राशिद खान का बचपन, जानिए कैसे बन गए फिरकी के जादूगर

राशिद बल्लेबाज बनने का सपना देखते थे, लेकिन दोस्तों की सलाह पर उन्होंने बॉलिंग पर फोकस किया।

By राजेन्द्र सिंह गुसाईं | Published: September 20, 2019 2:09 PM

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अफगानिस्तान के कप्तान राशिद खान ने अपनी फिरकी से पूरे विश्व में तहलका मचा रखा है। 20 सितंबर 1988 को अफगानिस्तान के नानगरहार प्रांत में जन्मे राशिद खान को मां एक डॉक्टर बनाना चाहती थी। हालांकि राशिद खान को अंग्रेजी से लगाव था और उन्होंने इसे सीखने के लिए 6 महीने तक पढ़ाई भी की, लेकिन क्रिकेट के आगे ये भी राशिद ने अपनी इस रुचि का भी त्याग कर दिया।

अफगानिस्तान उस वक्त आतंक के साये में था। साल 2001 में अमेरिकी हमले के बाद हुई खूनी जंग और तालिबान के साथ युद्ध से हालात और खराब हो गए थे। आलम ये रहा कि राशिद के परिवार को पाकिस्तान बॉर्डर के पास रिफ्यूजी कैंप में रहना पड़ा। जब हालात सुधरे तभी जाकर राशिद वापस अफगानिस्तान लौट सके।

राशिद बल्लेबाज बनने का सपना देखते थे, लेकिन दोस्तों की सलाह पर उन्होंने बॉलिंग पर फोकस किया। राशिद बताते हैं कि उनकी सफलता के पीछ भाइयों का बड़ा योगदान रहा है।

राशिद खान ने 3 टेस्ट मैचों की 5 पारियों में 20 शिकार किए हैं। 67 वनडे मैचों में 4.14 की इकॉनमी के साथ 131 विकेट झटके हैं। इस दौरान उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 7/18 रहा। वहीं बात टी20 अंतर्राष्ट्रीय की करें, तो ये गेंदबाज 40 मुकाबलों में 79 शिकार कर चुका है। टी20 में उन्होंने एक पारी में 3 रन देकर 5 विकेट झटकने का भी कारनामा किया है। 

महज 17 साल की उम्र में अंतर्राष्ट्रीय करियर की शुरुआत करने वाले राशिद खान टेस्ट फॉर्मेट के सबसे युवा कप्तान है। उन्होंने 20 साल और 350 दिन की उम्र में ये कारनाम किया था। वहीं वनडे के भी वह सबसे युवा कप्तान रहे हैं।

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