फील्डिंग के दौरान पृथ्वी शॉ का कंधा चोटिल, मैदान से ले जाया गया बाहर

रहाणे और शॉ ने पारी को संभालने का प्रयास किया। लेकिन रहाणे (07) शुरुआत को बड़ी पारी में तब्दील करने में असफल रहे। रहाणे को सात रन पर जब जीवनदान मिला तब रोनित मोरे (47 रन देकर दो विकेट) उनका रिटर्न कैच लपकने में असफल रहे।

By भाषा | Updated: January 3, 2020 19:03 IST2020-01-03T19:03:23+5:302020-01-03T19:03:23+5:30

Ranji Trophy: Prithvi Shaw suffers shoulder injury after Karnataka bowl Mumbai out for 194 | फील्डिंग के दौरान पृथ्वी शॉ का कंधा चोटिल, मैदान से ले जाया गया बाहर

फील्डिंग के दौरान पृथ्वी शॉ का कंधा चोटिल, मैदान से ले जाया गया बाहर

अजिंक्य रहाणे और पृथ्वी शॉ फिर से विफल रहे, जिससे कर्नाटक के तेज गेंदबाजों ने एलीट रणजी ट्राफी मैच के शुरुआती दिन यहां मुंबई को पहली पारी में महज 194 रन पर समेट दिया। हालांकि कप्तान सूर्यकुमार यादव (94 गेंद में 77 रन, 10 चौके, दो छक्के) अकेले बीकेसी मैदान पर डटे रहे जबकि दूसरे छोर पर बल्लेबाजों के आउट होने का सिलसिला जारी रहा। उनकी पारी ने सुनिश्चित किया कि मेजबान टीम कम से कम 175 रन का आंकड़ा पार कर ले। वहीं तीसरे सत्र में शॉ ओवरथ्रो को बचाते हुए गिर गये और अपना कंधा चोटिल करा बेठे। उन्हें मैदान से बाहर ले जाया गया। 

साव को न्यूजीलैंड के आगामी दौरे के लिये भारत ए टीम में चुना गया और टीम 10 जनवरी को रवाना होगी। वह सीमित ओवरों और चारदिवसीय मैचों के लिये टीम में हैं। दिन का खेल समाप्त होने के बाद मुंबई के कप्तान सूर्यकुमार यादव ने कहा कि शॉ बेहतर दिख रहे थे। 

सूर्यकुमार ने पत्रकारों से कहा, ‘‘वह (शॉ) बेहतर दिख रहा था। मैदान पर वह ठीक नहीं दिख रहे थे लेकिन अब वह बेहतर दिख रहे हैं। बाद में फिजियो से पूछने के बाद पता चलेगा कि आखिर क्या स्थिति है।’’ मुंबई टीम के सूत्र ने बताया कि एहतियातन उनका एमआरआई स्कैन कराया गया है। 

इससे पहले कर्नाटक के चार तेज गेंदबाजी आक्रमण ने कप्तान करूण नायर के गेंदबाजी करने के फैसले को सही ठहराया जिन्होंने लंच तक मुंबई का स्कोर छह विकेट पर 86 रन कर दिया। सलामी बल्लेबाज आदित्य तारे को वी कौशिक (45 रन देकर तीन विकेट) ने आउट किया। 

रहाणे और शॉ ने पारी को संभालने का प्रयास किया। लेकिन रहाणे (07) शुरुआत को बड़ी पारी में तब्दील करने में असफल रहे। रहाणे को सात रन पर जब जीवनदान मिला तब रोनित मोरे (47 रन देकर दो विकेट) उनका रिटर्न कैच लपकने में असफल रहे। लेकिन मोरे ने 13वें ओवर में तीन गेंद के भीतर रहाणे और फिर सिद्धेश लाड (04) को आउट कर दिया। शॉ भी बड़ी पारी नहीं खेल सके और 57 गेंद में छह चौके से 29 रन बनाकर अनुभवी अभिमन्यु मिथुन (48 रन देकर दो विकेट) का शिकार बने। प्रतीक जैन ने फिर सरफराज खान (08) और शम्स मुलानी को पवेलियन भेजा। 

सूर्यकुमार और शशांक अतारडे (51 गेंद में छह चौके से 35 रन) ने 92 गेंद में 88 रन की भागीदारी निभाकर पारी को संभाला। कौशिक ने अतारडे का विकेट झटककर इस भागीदारी को तोडा जिससे सातवां विकेट 148 रन पर गिरा। मुंबई ने श्रेयस गोपाल के रूप में अंतिम विकेट गंवाया। जवाब में कर्नाटक ने स्टंप तक तीन विकेट पर 79 रन बना लिये और टीम पहली पारी के हिसाब से 115 रन से पीछे है। 

सलामी बल्लेबाज देवदत्त पड्डीकल (पांच चौके से 32 रन) और आर समर्थ (नाबाद 40 रन) बदौलत टीम ने अच्छी शुरुआत की जिन्होंने पहले विकेट के लिये 68 रन जोड़े। स्पिनर शम्स मुलानी ने हालांकि पड्डीकल और अभिषेक रेड्डी (शून्य) को एक ही ओवर में आउट कर दिया। ऑफ स्पिनर अतारडे ने रोहन कदम (04) का विकेट झटका।

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