कोलकाताः मोहम्मद शमी के पांच विकेट की बदौलत बंगाल ने मंगलवार को यहां रणजी ट्रॉफी ग्रुप सी मैच में गुजरात को 141 रन से हरा दिया। शमी ने इसके साथ ही राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने की अपनी दावेदारी मजबूत की। शमी ने इस शीर्ष घरेलू प्रतियोगिता में अब तक दो मैच में 68 ओवर में 15 विकेट चटकाकर अपनी फॉर्म और फिटनेस का अच्छा नजारा पेश किया है। यह तेज गेंदबाज पिछली बार चैंपियन्स ट्रॉफी में भारत की ओर से खेला था लेकिन पांच मैच के इंग्लैंड के टेस्ट दौरे के लिए टीम का हिस्सा नहीं था।
शमी ने दूसरी पारी में 38 रन पर पांच विकेट चटकाए जिससे गुजरात की टीम 327 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए दूसरी पारी में 185 रन पर ढेर हो गई। शमी ने मैच में आठ विकेट चटकाए। पहली पारी में छह विकेट चटकाने वाले बाएं हाथ के स्पिनर शहबाज अहमद को ‘मैन ऑफ द मैच’ चुना गया।
बंगाल ने चौथे और अंतिम दिन अपनी दूसरी पारी छह विकेट पर 170 रन से आगे बढ़ाते हुए आठ विकेट पर 214 रन बनाकर पारी घोषित की। लक्ष्य का पीछा करते हुए गुजरात की टीम शमी की तूफानी गेंदबाजी के सामने 45.5 ओवर में सिमट गई। गुजरात की ओर से उर्विल पटेल ने नाबाद 109 रन बनाकर लेकिन अपनी टीम को हार से नहीं बचा पाए।
उनके अलावा जयमीत पटेल (45) ही 20 रन के आंकड़े को पार कर पाए। रामनगर में उत्तराखंड ने रेलवे के पहली पारी में 333 रन के जवाब में 398 रन बनाकर 65 रन की महत्वपूर्ण बढ़त और तीन अंक हासिल किए। रेलवे को एक अंक मिला।
उत्तराखंड की टीम मंगलवार को पांच विकेट पर 310 रन से आगे खेलने उतरी। टीम की ओर से युवराज चौधरी ने सर्वाधिक 92 रन बनाए जबकि भूपेन लालवानी ने 78 रन की पारी खेली। रेलवे ने जब दूसरी पारी में एक विकेट पर 85 रन बनाए थे तो दोनों कप्तान कैच ड्रॉ कराने के लिए सहमत हो गए।
निश्चल और लेमटूर ने नगालैंड के खिलाफ तमिलनाडु को नहीं दिया जीत का मौका
नगालैंड के सलामी बल्लेबाज देगा निश्चल और इमलीवती लेमटूर ने अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजी के बूते मंगलवार को चौथे और अंतिम दिन यहां रणजी ट्रॉफी ग्रुप ए मैच में तमिलनाडु को जीत से वंचित करते हुए मुकाबला ड्रॉ कराया। साई किशोर की अगुवाई वाली तमिलनाडु की टीम हालांकि पहली पारी में बढ़त के आधार पर तीन अंक हासिल करने में सफल रही।
लेकिन पूर्वोत्तर की टीम नगालैंड की टीम मैच के दूसरे दिन बायें हाथ के तेज गेंदबाज गुरजपनीत सिंह की हैट्रिक से महज नौ रन पर तीन विकेट गंवाने के बावजूद पारी की हार को टालने में सफल रही। युवा बाएं हाथ के बल्लेबाज प्रदोष रंजन पॉल के दोहरे शतक (201) और सलामी बल्लेबाज विमल खुमार के 189 रनों की बदौलत तमिलनाडु ने अपनी पहली पारी तीन विकेट पर 512 रनों के विशाल स्कोर के साथ घोषित कर दी थी। नगालैंड के निश्चल (175) और लेमटूर (146) ने लगभग दो दिन तक गेंदबाजों को बिना कोई मौका दिये धैर्य से बल्लेबाजी करते हुए तमिलनाडु के गेंदबाजों को पसीना बहाने पर मजबूर कर दिया।
नगालैंड ने पहली पारी में 157.4 ओवर में 446 रन बनाये जिससे मैच के परिणाम निकलने की गुंजाइश नहीं बची। निश्चल ने दिन की शुरुआत 161 रन से की जबकि लेमटूर ने 115 रन से आगे खेलना शुरू किया। निश्चल बीते दिन के स्कोर में 14 रन जोड़ कर दायें हाथ के तेज गेंदबाज आरएस अंबरीश का शिकार बने।
छठे विकेट के लिए 230 रन की साझेदारी टूटने के बाद तमिलनाडु को मैच में वापसी की उम्मीद थी लेकिन लेमटूर ने एक छोर से संभाले रखा और पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ लगभग 21 ओवर बल्लेबाजी करने के बाद आउट होने वाले आखिरी बल्लेबाज रहे। कानपुर में खेले गये ग्रुप के अन्य मैच में उत्तर प्रदेश ने पहली पारी में बढ़त के आधार पर ओडिशा के खिलाफ तीन अंक हासिल किये।
ओडिशा की पहली पारी में 243 रन के जवाब में उत्तर प्रदेश ने करण शर्मा (121) और आराध्या यादव (101) के शतकों के बूते छह विकेट पर 409 रन पर पहली पारी घोषित की। उत्तर प्रदेश ने जीत दर्ज करने के इरादे से पहली पारी जल्दी घोषित की लेकिन सलामी बल्लेबाज स्वास्तिक सामल के नाबाद 71 रन से ओडिशा ने दूसरी पारी में तीन विकेट पर 151 रन बनाये। विजयनगर में बड़ौदा और आंध्र के बीच मैच के आखिरी दो दिनों में कोई खेल नहीं हो पाया। बड़ौदा की पहली पारी में 363 रन के जवाब में आंध्र ने दो विकेट पर 43 रन बनाये थे।
दोनों टीमों को 1-1 अंक से संतोष करना पड़ा। मौजूदा चैंपियन विदर्भ ने नागपुर में झारखंड के खिलाफ पहली पारी में बढ़त से तीन अंक हासिल किये। झारखंड के 332 रन के जवाब में विदर्भ ने अमन मोखाडे (176), यश राठौड़ (नाबाद 101), रविकुमार समर्थ (63) और अक्षय कर्णेवार (नाबाद 57) की शानदार बल्लेबाजी से पांच विकेट पर 492 रन बनाये।