रमेश पवार ने आरोपों के बाद BCCI के सामने रखा अपना पक्ष, माना- 'मिताली राज से रिश्ते तनावपूर्ण थे'

रमेश पवार बीसीसीआई सीईओ राहुल जोहरी और महाप्रबंधक (क्रिकेट संचालन) सबा करीम से मिलकर ये बातें कही हैं।

By भाषा | Updated: November 28, 2018 21:13 IST2018-11-28T21:13:37+5:302018-11-28T21:13:37+5:30

ramesh powar accepts to bcci professional relation with mithali raj was strained | रमेश पवार ने आरोपों के बाद BCCI के सामने रखा अपना पक्ष, माना- 'मिताली राज से रिश्ते तनावपूर्ण थे'

रमेश पवार (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: भारतीय महिला क्रिकेट टीम के कोच रमेश पवार ने बुधवार को स्वीकार किया कि उनके सीनियर खिलाड़ी मिताली राज के साथ ‘तनावपूर्ण’ संबंध है लेकिन स्पष्ट किया कि विश्व टी20 सेमीफाइनल में उन्हें बाहर करना पूरी तरह से क्रिकेट से जुड़ा था। 

पवार बीसीसीआई सीईओ राहुल जोहरी और महाप्रबंधक (क्रिकेट संचालन) सबा करीम से मिले। इससे एक दिन पहले मिताली ने उन पर पक्षपात का आरोप लगाया था। पवार ने मुंबई में बीसीसीआई मुख्यालय में बोर्ड के दोनों अधिकारियों से मुलाकात की। 

भारतीय महिला टीम की सबसे सीनियर खिलाड़ी ने जोहरी और करीम को भेजे गये कड़े ईमेल में पवार पर आरोप लगाया था कि उन्हें वेस्टइंडीज में खेले गये विश्व टी20 के दौरान पवार ने अपमानित किया था तथा टीम से बाहर किये जाने पर वह रो पड़ी थी। 

बीसीसीआई सूत्रों ने गोपनीयता की शर्त पर पीटीआई से कहा, 'रमेश ने स्वीकार किया कि मिताली के साथ उनके पेशेवर रिश्ते तनावपूर्ण है क्योंकि उन्हें हमेशा लगा कि वह अलग थलग रहने वाली खिलाड़ी है और उसे संभालना मुश्किल है।' 

हालांकि अधिकारी ने कहा कि पोवार ने बताया कि मिताली को सेमीफाइनल से बाहर करना बदले की भावना नहीं बल्कि रणनीति का हिस्सा था। इंग्लैंड ने इस मैच में भारत का आठ विकेट से हराया था। 

अधिकारी ने कहा, 'उन्होंने कहा कि खराब स्ट्राइक रेट के कारण उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ मैच से बाहर किया गया। इसके अलावा टीम प्रबंधन पिछले मैच में जीत दर्ज करने वाली टीम को बरकरार रखना चाहता था।' 

पवार से पूछा गया कि आयरलैंड और पाकिस्तान के खिलाफ मैचों में मिताली का स्ट्राइक रेट आड़े क्यों नहीं आया तो इसका उनके पास कोई जवाब नहीं था। मिताली ने इन दोनों मैचों में अर्धशतक जमाये और उन्हें प्लेयर आफ द मैच चुना गया। 

इसके अलावा इस पर भी चर्चा हुई कि क्या मिताली को बाहर करने के लिये किसी प्रभावशाली अधिकारी का बाहरी दबाव था। सूत्रों ने बताया कि पवार ने किसी का फोन आने का खंडन किया लेकिन दावा किया कि वह इससे अवगत थे कि ‘बीसीसीआई का प्रभावशाली व्यक्ति’ टीम मैनेजर (तृप्ति भट्टाचार्य) और दौरे की चयनकर्ता (सुधा शाह) के संपर्क में था। 

मिताली ने बुधवार को प्रशासकों की समिति की सदस्य डायना एडुल्जी पर भी पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया था। वनडे टीम की कप्तान ने कहा कि एडुल्जी ने उनके खिलाफ अपने पद का उपयोग किया। एडुल्जी ने अभी तक मिताली के आरोपों पर प्रतिक्रिया नहीं दी है। चालीस वर्षीय पवार का अंतरिम कार्यकाल शुक्रवार को समाप्त हो जाएगा।

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