भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक ने निदाहास ट्रॉफी टी20 सीरीज के फाइनल में आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर टीम इंडिया को चैंपियन बना दिया। दिनेश कार्तिक ने 8 गेंदों में 29 रनों की नाबाद पारी खेलकर बांग्लादेश की जीत की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। क्रिकेट इतिहास में ऐसा सिर्फ दूसरी बार हुआ जब, किसी टीम ने सीरीज के फाइनल मैच में आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर खिताब अपने नाम किया हो।
कुछ और ही ठान कर आए थे दिनेश कार्तिक
निदाहास ट्रॉफी के फाइनल में भारत को आखिरी दो ओवरों में जीत के लिए 34 रनों की जरूरत थी, लेकिन मनीष पांडये के आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने उतरे दिनेश कार्तिक कुछ और ही ठान कर आए थे। रुबेल हसन की ओर से डाले गए 19वें ओवर में कार्तिक ने ताबड़तोड़ 22 रन बटोरे और आखिरी ओवर में जीत के लिए 12 रनों की जरूरत थी।
आखिरी ओवर में एक बार फिर नया मोड़ आया और पांचवें गेंद पर विजय शंकर कैच आउट हो गए। अब एक गेंद पर भारत को पांच रन चाहिए थे और सामने एक बार कार्तिक थे। कार्तिक ने भी निराश नहीं किया और छक्का लगाते हुए भारत को जीत दिला दी। कार्तिक ने 8 गेंदों की अपनी नाबाद पारी में तीन छक्के और दो चौके लगाए। उनकी इस छोटी, लेकिन बेहतरीन पारी के कारण उन्हें 'मैन ऑफ द मैच' के लिए चुना गया।
इससे पहले पाकिस्तानी खिलाड़ी ने किया था कमाल
निदाहास ट्रॉफी के फाइनल में दिनेश कार्तिक ने 32 साल बाद यह कमाल किया। इससे पहले साल 1986 में पाकिस्तान क्रिकेट टीम के बल्लेबाज जावेद मियांदाद ने फाइनल ऑस्ट्रल-एशिया कप के फाइनल में भारत के खिलाफ यह कारनामा किया था। मियांदाद को उस वक्त जीत के लिए आखिरी बॉल पर 4 रनों की जरूरत थी। आखिरकार उन्होंने चेतन शर्मा की गेंद पर छक्का जड़कर ऑस्ट्रल-एशिया कप पर कब्जा कर लिया था। (यह भी पढ़ें: Nidahas Trophy: आखिरी बॉल पर छक्का लगा कार्तिक ने भारत को बनाया चैंपियन, ये 5 खिलाड़ी हैं रोमांचक जीत के हीरो)
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