हरारे, 16 मार्च: नेपाल ने वर्ल्ड कप क्वॉलिफायर्स में गुरुवार को पापुआ न्यू गिनी को 6 विकेट से हारते हुए पहली बार वनडे टीम का दर्जा हासिल कर लिया है। सोमवार को हॉन्गकॉन्ग को हराने के बाद गुरुवार को पापुआ न्यू गिनी (PNG) को हराते हुए वनडे टीम का दर्जा हासिल किया और अपने क्रिकेट इतिहास में नए स्वर्णिम अध्याय की शुरुआत की।
नेपाल के लिए संदीप लामीछाने और दीपेंद्र आयरी ने 4-4 विकेट झटकते हुए पीएनजी को 27.2 ओवरों में 114 के स्कोर पर समेट दिया। पीएनजी की टीम अपने आखिरी पांच मैचों में से चौथी बार 200 से कम स्कोर पर आउट हुई और इस हार के साथ ही उसने अपना वनडे दर्जा भी गंवा दिया।
पीएनजी से जीत के लिए मिले 115 रन के लक्ष्य को नेपाल ने आयरी द्वारा खेली गई 58 गेंदों में 50 रन की पारी की बदौलत 23 ओवरों में ही 4 विकेट खोकर हासिल कर लिया।
नेपाल की इस ऐतिहासिक जीत पर नेपाल के कप्तान पारस खड़के ने खुशी जताते हुए कहा, 'ये बड़ी जीत है, इस चीज के लिए हमने लंबे समय से काम किया है। एक कप्तान के तौर पर मैं इतने शानदार खिलाड़ियों का नेतृत्व करके खुश हूं।' इस मैच में 4 विकेट लेकर नेपाल की जीत की इबारत लिखने वाले संदीप लामीछाने ने सोशल मीडिया पर अपनी खुशी जाहिर की।
हाल के सालों में तेजी से आगे बढ़ा है नेपाल क्रिकेट
नेपाल क्रिकेट टीम पिछले कुछ सालों में बहुत तेजी से आगे बढ़ी है। 2010 तक नेपाल वर्ल्ड क्रिकेट लीग डिविजन फाइव में थी। नेपाल क्रिकेट असोसिएशन पर 2016 में आईसीसी ने बैन लगा दिया था। लेकिन इस बैन का नेपाल क्रिकेट टीम के मैदान के प्रदर्शन पर असर नहीं पड़ा।
2019 वर्ल्ड कप क्वॉलिफायर में पहुंचने की भी नेपाल की कहानी कम रोचक नहीं है। उन्होंने जिम्बाब्वे में खेले गए वर्ल्ड डिविजिन लीग टू के फाइनल में आखिरी गेंद पर कनाडा को हराते हुए न सिर्फ इसे जीता बल्कि क्वॉलिफायर्स में भी जगह बना ली।
वहीं एक अन्य प्लेऑफ मैच में हॉन्गकॉन्ग ने नीदरलैंड्स के हाथों हार के साथ ही अपना वनडे दर्जा गंवा दिया है।