नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन का मानना है कि ग्रुप-2 में भारत के न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे मैच में हार के बाद कोच रवि शास्त्री को प्रेस कॉन्फ्रेंस में आना चाहिए था। न्यूजीलैंड से हार के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में जसप्रीत बुमराह पहुंचे थे। अजहरुद्दीन के अनुसार ये बिल्कुल स्वीकर करने लायक नहीं है।
एबीपी न्यूज से बात करते हुए अजहरुद्दीन ने कहा, 'मेरे विचार से कोच को प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए आना चाहिए था। अगर विराट कोहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल नहीं होना चाहते हैं, तो यह ठीक है। लेकिन, रवि (शास्त्री) भाई को प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल होना चाहिए था।'
अजहरुद्दीन ने आगे कहा, 'आप केवल जीत के बाद सिर्फ प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल नहीं हो सकते, आपको हार के लिए भी स्पष्टीकरण देना होगा। बुमराह को प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए भेजना सही नहीं था। या तो कप्तान या कोच को आना चाहिए था या कोचिंग स्टाफ में से कोई आ सकता था।'
'हार में शर्म नहीं पर जिम्मेदारी लेनी चाहिए'
यह पूछे जाने पर कि क्या कोहली और शास्त्री इतने खराब प्रदर्शन के बाद सवालों का सामना नहीं करना चाहते थे, अजहर ने कहा कि हार में शर्म की कोई बात नहीं है लेकिन किसी को जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
अजहर ने कहा, 'अगर आप एक या दो मैच हारते हैं, तो शर्मिंदा होने की बात नहीं है। लेकिन कप्तान या कोच को देश को बताना चाहिए कि टीम क्यों हार गई। आप बुमराह से इन सवालों के जवाब की उम्मीद कैसे कर सकते हैं। टीम की जीत के बाद अगर आप मीडिया के सामने आने के लिए तैयार हैं उस समय भी आगे आना चाहिए जब टीम बुरे दौर से गुजर रही हो।'
गौरतलब है कि रविवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत की बल्लेबाजी बेहद निराशाजनक रही। टीम 20 ओवर में 110 रन ही बना सकी। न्यूजीलैंड के लिए ट्रेंट बाउल्ट ने तीन विकेट लिए, जबकि ईश सोढ़ी ने भी दो विकेट लिए। भारत के लिए रवींद्र जडेजा ने 19 गेंदों में 26 रन की पारी खेली।
जवाब में न्यूजीलैंड की टीम ने 14.3 ओवर में ही लक्ष्य हासिल कर लिया। न्यूजीलैंड से हार के साथ भारत के सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीदों को भी धक्का लगा है। भारत के लिए अब आगे की राह बेहद मुश्किल है। टीम को अब सभी अपने तीनों मैच ब़ड़े अंतर से जीतने होंगे और बांग्लादेश से उम्मीद करनी होगी कि वह न्यूजीलैंड को हरा दे।