मोहम्मद हफीज ने किया खुलासा, 'शोएब अख्तर के एक फोन कॉल ने उन्हें संन्यास लेने से रोक दिया था'

Mohammad Hafeez: पूर्व पाकिस्तानी कप्तान मोहम्मद हफीज ने खुलासा किया है कि शोएब अख्तर ने उन्हें संन्यास लेने के फैसले में मदद की थी

By अभिषेक पाण्डेय | Published: October 8, 2018 01:59 PM2018-10-08T13:59:00+5:302018-10-08T13:59:00+5:30

Mohammad Hafeez reveals how a phone call of Shoaib Akhtar convinced him not to retire | मोहम्मद हफीज ने किया खुलासा, 'शोएब अख्तर के एक फोन कॉल ने उन्हें संन्यास लेने से रोक दिया था'

मोहम्मद हफीज ने मुश्किल समय में शोएब अख्तर की मदद के लिए कहा शुक्रिया

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दुबई, 08 अक्टूबर:पाकिस्तान के लिए 444 इंटरनेशनल विकेट लेने के सालों बाद शोएब अख्तर ने एक ऐसा काम किया है जो पाकिस्तान क्रिकेट के लिए टर्निंग पॉइंट बन गया है। शोएब अख्तर की एक फोन कॉल ने मोहम्मद हफीज को संन्यास लेने से रोक दिया था।

दो साल बाद पाकिस्तान की टेस्ट टीम में वापसी करते हुए मोहम्मद हफीज ने दुबई में रविवार से शुरू हुए पहले टेस्ट के पहले दिन अपना 10वां शतक ठोका। 37 वर्षीय हफीज ने इस शतक के बाद खुलासा किया है कि कैसे जब वह टीम से बाहर किए जाने की निराशा के बाद संन्यास लेना चाहते थे तो उनकी पत्नी और शोएब अख्तर ने उन्हें ऐसा करने से रोका था। हफीज ने शोएब अख्तर को शुक्रिया कहते हुए एक ट्वीट भी किया है।


अपने 10वें टेस्ट शतक के बाद हफीज ने कहा, 'मुझे पिछले कुछ महीनों के दौरान कुछ समस्याएं थीं। मैं कुछ बड़ा कदम उठा सकता था, लेकिन मुझे उन्हें लेने से रोका गया था। मैं ये कदम उठा सकता था, लेकिन मेरी पत्नी ने रोका लिया, शोएब अख्तर ने खासतौर पर मुझे उस समय कॉल किया जब मैं काफी परेशान था और बड़ा कदम उठाने के बारे में सोच रहा था।'  

हफीज ने कहा, 'शायद अल्लाह ही सबसे बड़ा योजनाकार है और उन्होंने मेरे लिए अच्छी योजना बनाई थी। इस समय मैं कुछ और हो सकता था। मुझे शायद लगता है कि यह वह जगह है जहां मुझे वापसी की आवश्यकता थी। जब मैं टीम में वापस आया तो सभी खिलाड़ियों ने मेरा स्वागत किया और मुझे विश्वास दिलाया, और इससे मेरी आंतरिक ऊर्जा में वृद्धि हुई, इसलिए मैं वापसी में बहुत खुश हूं।' 

हफीज ने सभी फॉर्मेट्स में कई बार वापसी की है और टेस्ट क्रिकेट में ये उनकी पांचवीं बार वापसी है। उन्होंने कहा कि खुद को बार-बार साबित करने की कोशिशों ने ही उनका सर्वश्रेष्ठ बाहर लाया।

हफीज को हालांकि शुरू में पाकिस्तानी टीम में शामिल नहीं किया गया था लेकिन आखिरी समय पर उन्हें खिलाए जाने का फैसला किया गया। हफीज ने कहा कि वह घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छे प्रदर्शन के बाद इसकी उम्मीद कर रहे थे। 

उन्होंने कहा, 'मुझे बाद में मैनेजमेंट ने 18वें खिलाड़ी के तौर पर शामिल किया था। मैं घरेलू क्रिकेट खेल रहा था और रन बना रहा था, इसलिए मुझे वापसी की उम्मीद थी। मैं इस बात को लेकर सकारात्मक था कि मैं टीम में वापसी करूंगा और अच्छा प्रदर्शन करूंगा।'

हफीज ने कहा कि वह अपना करियर नई ऊंचाइयों के साथ खत्म करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, 'देखिए, हर खिलाड़ी चाहता है कि वह सम्मान के साथ खेलना छोड़े और यही मेरी इच्छा है। मैं सम्मान के साथ खेलना चाहता हूं और सम्मान के साथ ही इसे खत्म करना चाहता हूं। इसके बाद और भी क्षेत्र हैं लेकिन जितनी भी क्रिकेट मुझमें बची है मैं उसके साथ पाकिस्तान के लिए खेलना चाहता हूं और ऊंचाई पर संन्याल लेना चाहता हूं।'

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