इस ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी का फुटवर्क देखकर सचिन को आती है खुद की याद, कहा- इस खिलाड़ी में है कुछ विशेष बात

मेलबर्न में बुशफायर चैरिटी मैच के लिए बतौर कोच पहुंचे तेंदुलकर से पूछा गया कि किस खिलाड़ी का खेलने का तरीका उनके सबसे करीब है।

By भाषा | Published: February 07, 2020 7:37 PM

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ठळक मुद्देसचिन ने कहा कि शानदार फुटवर्क ऑस्ट्रेलिया के मार्नुस लाबुशेन को विशेष बल्लेबाज बनाता है।मार्नुस लाबुशेन को देखकर उन्हें अपने खेल की याद आती है।

भारत के दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने शुक्रवार कहा कि शानदार फुटवर्क ऑस्ट्रेलिया के मार्नुस लाबुशेन को विशेष बल्लेबाज बनाता है जिसे देखकर उन्हें अपने खेल की याद आती है। मेलबर्न में बुशफायर चैरिटी मैच के लिए बतौर कोच पहुंचे तेंदुलकर से जब पूछा गया कि किस खिलाड़ी का खेलने का तरीका उनके सबसे करीब है।

तेंदुलकर ने कहा, ‘‘मैं ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच लार्ड्स में खेले गये दूसरे टेस्ट मैच को देख रहा था। जब स्टीव स्मिथ चोटिल हुए तो मैंने दूसरी पारी में लाबुशेन की बल्लेबाजी देखी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ लाबुशेन को जोफ्रा आर्चर की गेंद पर चोट लगी लेकिन इसके बाद 15 मिनट तक उन्होंने जिस तरह से बल्लेबाजी की। मैंने कहा, ‘ यह खिलाड़ी खास है’।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इस खिलाड़ी में कुछ विशेष बात है। उसका फुटवर्क बिल्कुल सही है। फुटवर्क शारीरिक तौर पर नहीं, मानसिक तौर पर होता है। अगर आप सकारात्मक नहीं सोचेंगे तो आपका पैर नहीं चलेगा।’’ पच्चीस साल का यह बल्लेबाज पिछले साल 1104 रन बनाकर टेस्ट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाला बल्लेबाल बना। उन्हें स्टीव स्मिथ के चोटिल होने के बाद कनकशन विकल्प (चोटिल खिलाड़ी की जगह) के तौर पर मौका मिला था। उन्होंने हालांकि दमदार खेल से टीम में अपनी जगह पक्की की ली।

एशेज में उन्होंने 50.42 की औसत से 353 रन बनाये। तेंदुलकर ने कहा कि शानदार फुटवर्क यह बताता है कि लाबुशेन मानसिक तौर पर मजबूत खिलाड़ी है। तेंदुलकर ने इस मौके पर भारतीय कप्तान विराट कोहली और आस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ के बीच तुलना करने से इनकार कर दिया।

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले इस पूर्व बल्लेबाज ने कहा, ‘‘ मैं तुलना में विश्वास नहीं रखता हूं। लोगों ने मेरी तुलना भी कई खिलाड़ियों से की लेकिन मैंने हमेशा कहा है कि मुझे अकेला छोड़ दे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘तुलना पर ना जाए, हमें उन दोनों बल्लेबाजों के खेल का लुत्फ उठाना चाहिए। वे क्रिकेट की दुनिया का मनोरंजन कर रह है और उन्हें देखना शानदार है।’’

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