इंग्लैंड के दिग्गज स्पिनर का खुलासा, 'मैं और केविन पीटरसन एक दूसरे को नापसंद करते थे, पर एक दूसरे को टीम में भी चाहते थे'

Graeme Swann, Kevin Pietersen: इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर ग्रीम स्वान ने कहा कि वह और केविन पीटरसन एक दूसरे को खुले तौर पर नापसंद करते थे लेकिन चाहते थे कि टीम में दोनों को मौका मिले

By अभिषेक पाण्डेय | Published: April 11, 2020 9:43 AM

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ठळक मुद्देमैं केपी को टीम में चाहता था क्योंकि वह ढेरों रन बना रहे थे: ग्रीम स्वानहम बहुत ईमानदार थे लेकिन खुले तौर पर एक दूसरे को नापसंद करते थे: ग्रीम स्वान

इंग्लैंड के पूर्व ऑफ स्पिनर ग्रीम स्वान ने कहा है कि उनक और केविन पीटरसन के बीच खेलने के दिनों के दौरान कोई प्यार नहीं था लेकिन जब इंग्लैंड के लिए मैच जीतने की बात आती थी तो वे एक दूसरे के लिए अपनी निजी नापसंद भूल जाते थे।

बेहद कामयाब इंग्लैंड टीम का हिस्सा रहे स्वान और पीटरसन ने इंग्लैंड को वर्ल्ड रैंकिंग में टॉप पर पहुंचने और घर और बाहर दोनों ही जगहो पर एशेज सीरीज जीतने में अहम भूमिका निभाई थी।

पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, इस ऑफ स्पिनर ने 'इन द पिंक' पॉडकास्ट में कहा, 'हम एक टीम थे जो दुनिया में नंबर एक बनी, और एक टीम में हमेशा ही लोग होते हैं। उनमें से 99 फीसदी लोग टीम के लिए थे।' 

इंग्लैंड के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक केविन पीटरसन हमेशा से ही टीम में एक विवादित शख्सियत रहे। उन्होंने 2008 में छोटी अवधि के लिए 3 टेस्ट और 10 वनडे के लिए टीम की कप्तानी भी की थी। लेकिन उन्हें तब के कोच पीटर मूर्स के साथ लड़ाई के बाद कप्तानी छोड़नी पड़ी थी।

वहीं 60 टेस्ट में 255 विकेट लेने वाले स्वान ने कहा कि अपने मतभेदों के बावजूद वह पीटरसन को उनकी बैटिंग क्षमता की वजह से टीम में चाहते थे। 

2013 में ऑस्ट्रेलिया के हाथों एशेज में 0-5 से हार के बाद इंटरनेशनल और प्रथम श्रेणी क्रिकेट को अलविदा कहने वाले ग्रीम स्वान ने कहा, 'केविन पीटरसन के साथ ऐसी स्थिति थी जब वह पहले कप्तान रह चुके थे लेकिन उन्हे नियम बहुत पसंद नहीं थे।'

मैं और पीटरसन एकदूसरे को नापसंद करते थे: स्वान

स्वान ने कहा, 'हम उस मामले में काफी समान थे, और केपी पेशेवर रूप में ज्यादातर लोगों से बेहतर थे क्योंकि हम बहुत ईमानदार थे लेकिन खुले तौर पर एक दूसरे को नापसंद करते थे। लेकिन एक दूसरे को टीम में चाहते थे।'

दक्षिण अफ्रीका में जन्मे केविन पीटरसन ने 104 टेस्ट मैचों में 8181 रन और 136 वनडे मैचों में 4440 रन बनाए।

स्वान ने कहा, 'मैं केपी को टीम में चाहता था क्योंकि वह ढेरों रन बना रहे थे और बहुत अच्छा खेल रहे थे, और दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक थे।'

पीटरसन को 2013-14 में ऑस्ट्रेलिया में इंग्लैंड की एशेज सीरीज हार के बाद टीम से बाहर कर दिया गया था। पीटरसन उससे पहले 2012 में हेडिंग्ले टेस्ट के दौरान तब के कोच एंड्रयू स्ट्रॉस और कोच एंडी फ्लावर की आलोचना वाले मैसेज दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ियों को भेजने को लेकर विवादों में घिर चुके थे। 

स्वान ने कहा, एक ऐसा समय था जब एंड्र्यू स्ट्रॉस के खिलाफ मैसज करना जैसी सभी बाहरी चीजें थीं।' 

स्वान ने कहा, 'जब आप उस मुद्दे पर पहुंचते हैं, जब आप टीम मीटिंग में ये चर्चा कर रहे हैं कि आप इन टेक्स्ट मैसेज को लेकर क्या करने जा रहे हैं, लेकिन खिलाड़ी कह रहा है, मैंने उन्हें नहीं भेजा...'

उन्होंने कहा, 'और बाद में वह कहता है कि उसने ये किया क्योंकि वे सब मेरे दोस्त हैं, ऐसी चीजें निश्चित तौर पर मदद नहीं करती हैं।'

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