'टी20 में बस गेंद को देखो और मारो': रहाणे ने किया द्रविड़ से मिली खास सलाह का खुलासा

 Ajinkya Rahane, Rahul Dravid: अजिंक्य रहाणे ने पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ की सलाह का खुलासा करते हुए कहा कि टी20 क्रिकेट में बस गेंद को देखना और मारना होता है

By अभिषेक पाण्डेय | Published: July 12, 2020 12:35 PM

Open in App
ठळक मुद्देद्रविड़ ने टी20 को लेकर रहाणे को दी थी सलाह, 'टी20 में बस गेंद को देखो और हिट करो' अजिंक्य रहाणे भारत के लिए 2018 से वनडे और 2016 से टी20 क्रिकेट नहीं खेले हैं

अजिंक्य रहाणे टेस्ट क्रिकेट में टीम इंडिया के प्रमुख बल्लेबाज रहे हैं। दाएं हाथ के बल्लेबाज में विदेशी परिस्थितियों में बेहतरीन प्रदर्शन करने की क्षमता है। वह 65 टेस्ट में अब तक 11 शतक जड़ चुके हैं। इसलिए रहाणे को टेस्ट में कोहली का डेप्युटी बनाया गया है। लेकिन रहाणे ने 2018 से ही कोई वनडे मैच और 2016 के बाद से टी20 मैच नहीं खेला है। हालांकि रहाणे में छोटे फॉर्मेट में अपना प्रभाव छोड़ने की काबिलियत है। 

रहाणे आईपीएल में राहुल द्रविड़ की कप्तानी में राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलते हुए अपनी छाप छोड़ चुके हैं। रहाणे की टी0 क्रिकेट में स्ट्राइक रेट 113.39 की रही है और वह आईपीएल में वर्षों से एक भरोसेमंद बल्लेबाज रहे हैं।

एचटी की रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्व क्रिकेटर दीप दासगुप्ता से ईएसपीएनक्रिकइंफो के चैट शो 'क्रिकेटबाजी' में हुए एक हालिया इंटरव्यू में रहाणे ने द्रविड़ से मिली एक सलाह का खुलासा किया। 

रहाए ने कहा कि वह टी20 क्रिकेट में किसी का शॉट कॉपी नहीं करते (IPL)

रहाणे को टी20 क्रिकेट को लेकर द्रविड़ से मिली थी खास सलाह

रहाणे ने कहा, 'कई बार आप टी20 में जो शॉट खेलते हैं वह अच्छा नहीं दिखता और आपको लगता है कि आप एक खराब दिखने वाले शॉट पर आउट हुए। लेकिन राहुल भाई ने मुझसे कहा कि इस बात से परेशान मत हो कि टी20 में शॉट कैसे दिखता है, भले ही ये खराब शॉट हो या बाहर से खराब दिखे।'

रहाणे ने कहा, 'उन्होंने कहा कि ये मायने नहीं रखता। उन्होंने कहा कि टी20 क्रिकेट में हमें केवल गेंद को देखने और हिट करने की जरूरत होती है। जो मायने रखता है वह है उस शॉट का प्रभाव, बस।'

मैं टी20 में किसी के शॉट कॉपी नहीं करता हूं: रहाणे

टी20 में अपनी बैटिंग स्टाइल के बारे में रहाणे ने कहा, 'मैं टी20 क्रिकेट में किसी को भी कॉपी करने की कोशिश नहीं करता। मेरे क्रिकेटिंग  इनसाइड आउट, शॉट्स गेंदबाज के पीछे से खेले जाने वाले हैं और अन्य शॉट जो मैंने विकसित किए हैं।' 

उन्होंने कहा, 'मेरे ख्याल से अगर आप अपने शॉट को लेकर निश्चित हैं तो आपको उनका समर्थन करना चाहिए। अगर मैं 18 गेंद खेल रहा हूं तो मेरा उद्देश्य ये देखना होता है कि मैं अपनी स्ट्राइक रेट को कैसे 150-160 तक ले जा सकता हूं। 6-4 ओवरों के बाद, आपको ये देखने की जरूरत होती है कि अगर आप आधी गेंदें खेलते हैं तो आपको बोर्ड पर कितने रनों की जरूरत होगी। उदाहरण के लिए, अगर मैं छठे ओवर के बाद बैटिंग कर रहा हूं तो मुझे उसी हिसाब से योजना बनाने की जरूरत है।' 

टॅग्स :अजिंक्य रहाणेराहुल द्रविड़

संबंधित बातम्या

क्रिकेट अधिक बातम्या