IPL 2020: टाइटल स्पॉन्सरशिप मामले में नई रुकावट, ड्रीम11 को 2021, 2022 के लिए बोली में बदलाव के लिए कह सकता है BCCI

IPL 2020, Dream11: ड्रीम11 द्वारा आईपीएल 2020 टाइटल स्पॉन्सरशिप जीतने के एक दिन बाद ही इस मामले में नया मोड़ ले लिया है, बीसीसीआई इस कंपनी को बोली में बदलाव के लिए कह सकता है

By भाषा | Updated: August 19, 2020 13:46 IST2020-08-19T13:42:49+5:302020-08-19T13:46:08+5:30

IPL 2020 title sponsorship hits roadblock a day after Dream11 win bid | IPL 2020: टाइटल स्पॉन्सरशिप मामले में नई रुकावट, ड्रीम11 को 2021, 2022 के लिए बोली में बदलाव के लिए कह सकता है BCCI

ड्रीम11 से अगले दो सालों के लिए बोली में बदलाव के लिए कह सकता है बीसीसीआई (IPL)

Highlightsबीसीसीआई ड्रीम11 से बात कर रहा है और चाहता है कि वह दूसरे और तीसरे साल की अपनी बोली में इजाफा करेबोर्ड ने अब तक आधिकारिक रूप से ड्रीम11 के नाम की घोषणा आईपीएल टाइटल अधिकार धारक के रूप में नहीं की है

नई दिल्ली: फैंटेसी गेमिंग प्लेटफॉर्म ड्रीम11 ने भले ही इस सत्र में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के टाइटल अधिकार हासिल कर लिए हों लेकिन अगले दो सत्र में भी उसके पास इन अधिकारों का रहना इस पर निर्भर करेगा कि वह अपनी बोली को कितना बढ़ाता है क्योंकि भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) मौजूदा पेशकश से संतुष्ट नहीं है।

बीसीसीआई सूत्रों के अनुसार यही कारण है कि बोर्ड ने अब तक आधिकारिक रूप से ड्रीम11 के नाम की घोषणा आईपीएल टाइटल अधिकार धारक के रूप में नहीं की है जबकि लीग के अध्यक्ष बृजेश पटेल ने मंगलवार को इसकी पुष्टि की।

ड्रीम11 ने चीन की मोबाइल फोन निर्माता कंपनी वीवो की जगह ली जिसे सीमा पर भारत-चीन तनाव के कारण प्रायोजन से हटना पड़ा। सूत्रों ने कहा है कि बीसीसीआई और ड्रीम इलेवन अब भी तीन साल के सशर्त करार पर बात कर रहे हैं जिसके तहत अगर वीवो प्रत्येक साल 440 करोड़ रुपये के करार पर वापसी नहीं करता है तो उसे 2021 और 2022 में प्रत्येक साल 240 करोड़ रुपये का भुगतान करना होगा।

'ड्रीम11 करे आईपीएल के लिए दूसरे और तीसरे साल की बोली में इजाफा'

इस मामले की जानकारी रखने वाले बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया, ‘‘ यह हमेशा से स्पष्ट था कि सर्वश्रेष्ठ बोली लगाने वाले को टाइटल अधिकार नहीं मिले (बोली लगाने वालों से इच्छा पत्र स्वीकार करने से पहले बीसीसीआई ने यह स्पष्ट कर दिया था)।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ड्रीम11 ने सबसे बड़ी बोली लगाई है और अब भी अधिकार हासिल करने का प्रबल दावेदार है लेकिन आधिकारिक घोषणा से पहले कुछ मुद्दों का हल निकाला जा रहा है।’’ पता चला है कि बीसीसीआई ड्रीम11 से बात कर रहा है और चाहता है कि वह दूसरे और तीसरे साल की अपनी बोली में इजाफा करे।

अधिकारी ने कहा, ‘‘अगर यह सिर्फ 2020 के लिए है तो 222 करोड़ ठीक है। लेकिन यह तीन साल के लिए सशर्त बोली है। वीवो के साथ हमारा करार अब भी कायम है।’’ उन्होंने पूछा, ‘‘हमने इसे खत्म नहीं किया है, यह बस रुका है। अगर हमें 440 करोड़ रुपये मिल रहे हैं तो हम 240 करोड़ रुपये क्यों लें।’’ ऐसी स्थिति में ड्रीम11 के पास दो विकल्प होंगे कि वह या तो एक साल के करार (असल में चार महीने और 14 दिन) को स्वीकार करे या 2021 और 2022 की सशर्त राशि में इजाफा करे जो पूरी तरह से उस पर निर्भर करेगा। 

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